लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पीपीई किट और मास्क सप्लाई के नाम पर 9.63 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. हरियाणा के पानीपत स्थित महादेव एक्सपोर्ट ने शिकायत की है कि उसे यूपी मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से 9 करोड़ 63 लाख की पीपीई किट और मास्क का ऑर्डर मिला था. कंपनी ने ये ऑर्डर पूरा कर दिया. इसके बाद भुगतान के लिए जब यूपी मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड में बिल भेजे तो वहां से कहा गया कि उन्होंने कोई ऑर्डर ही नहीं दिया. इस मामले में फर्म की शिकायत के बाद मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन ने FIR दर्ज कराई है.
ये है पूरा खेल
हरियाणा के पानीपत की महादेव एक्सपोर्ट फर्म के सीएमडी नीरज आहूजा के अनुसार 28 मई 2020 को यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन की ओर से ईमेल के जरिए ऑर्डर दिया गया था. इसके बाद वो लखनऊ आए और फैसल वारसी नाम के व्यक्ति के माध्यम से कॉर्पोरेशन गए. ये शख्स खुद को एक पत्रकार बताता है. कॉर्पोरेशन में उनको नीचे रोक दिया गया और फैसल सीएमडी के साथ एक व्यक्ति को लेकर अंदर गया. कुछ देर बाद ये लोग एक लिखित अप्रूवल लेकर आए.
दर्ज कराई गई FIR
सीएमडी के अनुसार इसके बाद फर्म ने 8 जून 2020 से अक्टूबर 2020 तक 8 बार में पूरे माल की सप्लाई कर दी. इसमें 50 हजार पीपीई किट और 30 लाख मास्क की सप्लाई थी. इसके बाद जब फर्म ने कॉरपोरेशन से भुगतान मांगा तो बताया गया कि कोई ऑर्डर ही नहीं दिया गया और न कोई सप्लाई ली गई है. कॉरपोरेशन से भुगतान न होने पर फर्म ने ट्वीट के माध्यम से सीएम योगी को मामले की जानकारी दी. इसके बाद कॉर्पोरेशन की तरफ से इस मामले में सुशांत गोल्फ सिटी थाने में FIR दर्ज कराई गई है.
धोखाधड़ी का मामला है
कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने बताया है कि सप्लाई परचेस आर्डर पर अधिकृत हस्ताक्षर में महाप्रबंधक क्रय लिखा है जबकि यूपी मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड में ऐसा कोई पद नहीं है. इसके अलावा फर्म ने जिन पतों पर आपूर्ति बताई वो भी फर्जी हैं. कॉरपोरेशन की एमडी कंचन वर्मा ने कहा कि ये कॉरपोरेशन से बाहर धोखाधड़ी का मामला है. लेकिन, क्योंकि इसमें कॉरपोरेशन का नाम इस्तेमाल हुआ है इसलिए FIR कराई है. मामले में पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू कर दी है.
सूत्रों की मानें तो इस मामले में जिस तथाकथित पत्रकार फैसल वारसी का नाम आ रहा है पुलिस ने उसके ठिकानों पर भी पहुंची लेकिन उससे मुलाकात नहीं हो पाई.
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