लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा सील की गई बिल्डिंग्स में अब बिल्डर द्वारा चोरी-छुपे निर्माण/फिनिशिंग कार्य कराये जाने की कोई संभावना नहीं रहेगी. प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने सील बिल्डिंग्स की मॉनिटरिंग के लिए एक ऑनलाइन एप तैयार करवाया है. इस एप के जरिए सील बिल्डिंग्स व उनका ताजा ब्योरा महज एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाएगा.


इससे अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई को प्रभावी बनाने में बड़ी मदद मिलेगी. प्राधिकरण के विहित प्राधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि यह सीलिंग एप अपट्रॉन द्वारा नामित संस्था ग्रैंड इंटरप्राइजेज ने तैयार किया है.


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शुक्रवार को इस संस्था के ऑपरेशनल हेड हिमांशु गुप्ता व पुनीत राय ने उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी के समक्ष इस सीलिंग एप का प्रेजेंटेशन दिया. उपाध्यक्ष के आदेश पर प्राधिकरण के समस्त विहित प्राधिकारी/जोनल अधिकारियों को इस एप का प्रशिक्षण दिलाने का कार्य तत्काल शुरू करवा दिया गया. उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अब से सील बिल्डिंग्स की मॉनिटरिंग का कार्य इस एप के माध्यम से होगा.


इसके लिए सभी प्रकार के अवैध निर्माण/प्लाटिंग के सीलिंग आदेश इस एप पर अपलोड किए जाए. उपाध्यक्ष ने कहा कि अवर अभियंता/सहायक अभियंता द्वारा सील बिल्डिंग्स का समय-समय पर निरीक्षण करके, इनकी फोटो व डिटेल एप पर अपलोड की जाती रहेगी, जिसकी मॉनिटरिंग जोनल स्तर के अधिकारी करेंगे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि 15 दिन के अंदर प्रशिक्षण का काम पूरा कर लिया जाए, ताकि एप के माध्यम से कार्रवाई सुचारू की जा सके.


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