Lucknow News: लखनऊ के सीजी सिटी में 23 करोड़ की लागत से शौर्य संग्रहालय बनेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका भूमि पूजन किया. इस कार्यक्रम में सीएम के साथ मंत्री जयवीर सिंह, विधायक राजेश्वर सिंह, मुख्य सचिव डीएस मिश्रा और नौसेना के अफसर मौजूद रहे. ये संग्रहालय इकाना स्टेडिएम के पास बन रहा है. इस शौर्य संग्रहालय म्यूजियम में रिटायर्ड युद्धपोत रखे जाएंगे.


इस कार्यक्रम में यूपी के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा की सीएम योगी के मार्गदर्शन में पर्यटन में काम करने का मौका मिला. यह देश का पहला शौर्य संग्रहालय होगा. इस संग्रहालय में नौसेना के उपकरण मूल स्वरूप में उपलब्ध होंगे. डी कमिशनिंग के बाद आईएनएस गोमती यहां आकर्षण का केंद्र होगा.


वैस्टर्न नेवल कमांड के वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की भारतीय नौसेना और लखनऊ में बड़ा संबंध है. हमारा युद्ध पोत आईएनएस गोमती का नाम लखनऊ की गोमती पर रखा गया. युद्धपोत पर लखनऊ का छतर मंजिल का चित्र अंकित है. प्रदेश की राजधानी में शौर्य संग्रहालय के लिए मैं धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा की पृथ्वी का 71% क्षेत्रफल पानी है. विश्व का 90% ट्रेड भी जल के जरिए होता है. सुरक्षा के लिए हम पहले से ज्यादा कदम उठा रहे हैं. भारतीय नौसेना का जब कोई पोत रिटायर होता है तो नया पोत उसके नाम पर आता है, जल्द आईएनएस गोमती नौसेना में शामिल होगा.


मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने अपना संबोधन देते हुए कहा की लखनऊ के लिए आज शुभदिन है. आईएनएस गोमती के अंश के साथ नेवल शौर्य संग्रहालय का शिलान्यास है. लखनऊ के पर्यटन के विकास में ये महत्वपूर्ण योगदान देगा. नौसेना शौर्य संग्रहालय से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी के विजन की सराहना करते हुए कहा कि उनके विजन से देश प्रदेश आगे बढ़ रहे हैं. यूपी में सबसे ज्यादा 32 करोड़ देशी पर्यटकों को आकर्षित किया है.


इस कार्यक्रम में CM योगी ने संबोधित करते हुए कहा की आज यहां नौसेना शौर्य संग्रहालय की नींव रखी जा रही है. इसके लिए वाइस एडमिरल को हृदय से धन्यवाद. आज पुलिस स्मृति दिवस भी है, देश की सुरक्षा के लिए 64 वर्ष पूर्व लद्दाख मे सीआरपीएफ के जवानों ने सहादत दी थी. आज हमारे लिए गौरव का क्षण है क्योंकि 34 वर्ष तक देश सेवा करने वाले आईएनएस गोमती को जब डी कमीशन किया गया तो वो यहाँ शौर्य संग्रहालय के रूप मे स्थापित किया जा रहा है. यह देश का पहला नौसेना संग्रहालय होगा, इससे हमारी युवा पीढ़ी को सेना के शौर्य को जानने का अवसर मिलेगा. अपनी विरासत अतीत को विस्मृत करके कोई समाज आगे नही बढ़ सकता. अतीत पथ प्रदर्शक होता है, उत्तरप्रदेश 2014 के पहले लैंड लॉकड स्टेट था. कोई भी वस्तु जलमार्ग से बाहर नहीं जा सकती थी.


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