UP Electricity Bill: उत्तर प्रदेश में बिजली के स्मार्ट मीटर लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. अगर आप अपने घर या दुकान में नया कनेक्शन लेने जा रहे हैं या बिजली का स्मार्ट मीटर लगवा रहे हैं तो सावधान हो जाएं. नया मीटर लगवाने से पहले उसे अच्छी तरह से जांच परख लें, नहीं तो थोड़ी सी लापरवाही आपकी जेब पर बहुत भारी पड़ सकती है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों तकनीकी खामी की बात सामने आई है.
दरअसल यूपी के कई जिलों में इन दिनों स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है. ये मीटर इंटेली स्मार्ट और पोलारिस कंपनी के लगाए जा रहे हैं. लेकिन, इनमें से कुछ मीटरों में तकनीकी खामी का पता चला है. यूपी पॉवर कॉरपोरेशन की जाँच में पता चला है कि इन मीटरों की रियल टाइम क्लॉक यानी RTC में तकनीकी खामी पाई गई है. हालांकि ये गड़बड़ी सारे स्मार्ट मीटर में नहीं है.
लखनऊ समेत 19 जिलों में लग रहे हैं स्मार्ट मीटर
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के द्वारा इन दिनों लखनऊ समेत 19 जिलों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने का काम किया जा रहा है. ये मीटर इंटेली स्मार्ट और पोलारिस कंपनी के लगाए जा रहे हैं. ये स्मार्ट मीटर बिजली की खपत की रीडिंग सीधा ऑटोमैटिक तरीके से कॉर्पोरेशन के सिस्टम तक भेजते हैं, जिसके आधार पर बिल तैयार होता है. लेकिन जांच में पता चला है कि कुछ मीटरों में ज्यादा रीडिंग आ रही है जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को तीन गुना ज्यादा तक भुगतान करना पड़ सकता है.
कॉर्पोरेशन ने मीटर में तकनीकी खामी मिलने पर हर 21वें उपभोक्ता मीटर के साथ चेक मीटर लगाने के निर्देश दिए हैं ताकि गड़बड़ी पकड़ी जा सके. ऐसे में उपभोक्ताओं से भी डायरी बनाने को कहा गया है ताकि उनके पास भी पूरी जानकारी रह सके. इस बार में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लखनऊ के निदेशक योगेश कुमार ने कहा कि इंटेली कंपनी लखनऊ में स्मार्ट मीटर लगा रही है, अगर उपभोक्ताओं को इनमें कोई तकनीकी खामी महसूस होती है तो वो शिकायत कर मीटर चेक भी करवा सकते हैं.
ऐसे पकड़े मीटर में गड़बड़ी
आपका स्मार्ट में ठीक है या नहीं इसे जानने के लिए उपभोक्ता कम से कम सात दिन तक रोजाना सुबह रीडिंग और लोड को चेक कर डायरी में नोट कर लें. मीटर में KWH के सामने खपत की रीडिंग और KW के सामने लोड के बारे में पता चलेगा. गड़बड़ी होने पर दोनों की रीडिंग अलग-अलग दिखेगी.