Lucknow News: एक तरफ सीएम योगी ने इस साल परिषदीय स्कूलों मे छात्र नामांकन 2 करोड़ तक करने का लक्ष्य दिया है और इसे लेकर अभियान चलाया जा रहा है तो दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ में ही अधिकारी सीएम की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. लखनऊ के 66 सरकारी स्कूलों की बिजली काट दी गयी है. कई स्कूलों में तो महीनों से बिजली नहीं आ रही है. यहां आने वाले बच्चे बिना पंखे के पसीने में तरबतर नजर आ रहे हैं. कई स्कूलों में तो पीने के पानी तक का संकट आ गया है. इन हालत में आखिर कैसे कोई अपने बच्चों को यहां पढ़ने भेजेगा.


कनेक्शन काटा गया
मुख्यमंत्री आवास से बमुश्किल 1 किलोमीटर दूर जियामऊ के अपर प्राइमरी स्कूल में 5 दिन से बिजली नहीं आई है. पता चला कि बिजली बिल जमा न होने की वजह से कनेक्शन काट दिया गया है. क्लास रूम में बच्चे किताबों से ही खुद को हवा करते दिखे लेकिन इससे भी कितनी राहत मिलेगी. लगभग सभी बच्चों के हाथ में रुमाल दिखा जिससे वे अपना पसीना पोंछ रहे थे. शिक्षक भी हाथ में पखा लिए नजर आए.


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यहां भी बिजली नहीं
जियामऊ के बाद एबीपी गंगा की टीम भीखमपुर प्राइमरी स्कूल पहुंची. ये स्कूल बेसिक शिक्षा निदेशालय से बमुश्किल डेढ़ किलोमीटर दूर होगा. यहां भी महीनों से बिजली नहीं आ रही है. यहां भी बच्चे पसीने से लथपथ नजर आये. बच्चों से बात शुरू की तो एक बच्ची ने दिवार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वहां देखिये तार कटा हुआ है.


मंत्री ने क्या कहा
इस मामले को लेकर एबीपी गंगा की टीम बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के पास पहुंची. जब उनसे स्कूलों मे बिजली काटने पर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि बिजली बिल का बकाया भुगतान किया जा चुका है. हाल ही मे अधिकारीयों ने कहा था की किसी स्कूल में बिजली की समस्या नहीं है. संदीप सिंह ने कहा कि जल्द स्कूलों में बिजली दी जाएगी और जिम्मेदारों की जवाबदेही भी तय होगी.


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