Lucknow Nikay Chunav 2022: न टिकट मिला, न जारी हुआ आरक्षण, घर-घर जाकर मांगने लगे वोट, समीकरण बदलने की उम्मीद
UP Nikay Chunav 2022: कई ऐसे हैं जो 2017 में पहली बार चुनाव लड़ने वाले थे लेकिन सीट महिला होने से पत्नी को चुनाव लड़वाया. अब बदले समीकरण की उम्मीद लगाए खुद चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
UP Nagar Nikay chunav 2022: यूपी निकाय चुनाव को लेकर सभी वर्गवार प्रत्येक सीट पर आरक्षण (UP Nikay Chunav reservation) जारी होने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन साथ ही जिनको भरोसा है कि टिकट जरूर मिलेगा वे अपनी तैयारी में घर-घर जा रहे हैं. इनमें कई सीट ऐसी भी हैं जो आरक्षण के चलते 2017 में महिला आरक्षित हो गयीं थीं. तब जिन्होंने मजबूरी में अपनी पत्नियों को मैदान में उतारा वे अब इस उम्मीद से अपने लिए तैयारी में लगे हैं कि इस बार आरक्षण बदलेगा. लखनऊ (Lucknow Nikay Chunav 2022) में करीब 38 महिला पार्षद 2017 में चुनाव जीतकर आयीं थीं.
चुनाव लड़ने की तैयारी में
लखनऊ में ऐसे तमाम चेहरे हैं जो 2012 से 2017 तक तो पार्षद रहे लेकिन 2017 में वही सीट महिला की होने पर अपनी पत्नी या घर की किसी सदस्य को चुनाव लड़वाया. कई ऐसे भी हैं जो 2017 में पहली बार चुनाव लड़ने वाले थे लेकिन सीट महिला होने से पत्नी को चुनाव लड़वाया. अब ये लोग बदले समीकरण की उम्मीद लगाए खुद चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. पत्नी के काम का 5 साल का लेख जोखा लेकर सबसे साथ मांग रहे हैं.
ये भी उम्मीद लगाए बैठे
इस्माइल गंज प्रथम वार्ड से 2012 में कांग्रेस के मुकेश सिंह चौहान पार्षद चुने गए लेकिन 2017 में सीट महिला हो गयी तब अपनी पत्नी अमित सिंह को चुनाव लड़ाया और वे जीत भी गयीं. 5 साल पति-पत्नी ने मिलकर क्षेत्र में काम किया लेकिन इस बार उम्मीद लगाए बैठे हैं कि आरक्षण बदलेगा और मुकेश सिंह खुद चुनाव लड़ने की तैयारी में है. वहीं कॉल्विन महानगर वार्ड में 2017 में बीजेपी से विनीत सिंह पार्षद चुनी गईं. इससे पहले 2012 में इनके पति प्रमोद राजन पार्षद बने थे. इस बार एक बार फिर से प्रमोद को उम्मीद है कि वे खुद चुनाव लड़ पाएं. हालांकि उनका कहना है कि पार्टी जिसको लड़ाएगी उसके साथ हैं.