UP News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में बिल्डिंग गिराने के दौरान बड़ा हादसा हो गया. पार्क की गई गाड़ियां मलबे के चपेट में आकर दब गईं. बताया जा रहा है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) की टीम और ठेकेदार भी मौके से भाग गए. इस घटना के बाद स्थानीय लोग हंगामा कर रहे हैं. इस घटना की तस्वीरें भी सामने आई हैं.
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए. सभी इस घटना को अपने-अपने कैमरे में कैद करने लगे. इससे जुड़ा वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि भारी मात्रा में इमारत का मलबा बिखरा हुआ है और जेसीबी की मशीन से उसे हटाने का काम किया जा रहा है. अभी हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि मलबे के अंदर के कितने वाहन फंसे हुए हैं.
लोहे की शीट को तोड़ता हुआ बाहर फैला मलबा
इमारत गिराने के लिए पहले उसे लोहे की चादर से कवर कर दिया गया था लेकिन इमारत गिरते ही भारी मात्रा में मलबा लोहे की चादर को तोड़ते हुए सड़क पर फैल गया और गाड़ियां उसके चपेट में आ गईं. मलबा ऐसे बिखरा कि वह सामने वाले घरों को भी नुकसान पहुंचा जा सकता था. वहीं अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि यह मकान किसी व्यक्ति द्वारा गिराया जा रहा था या फिर प्रशासनिक कार्रवाई के तहत गिराया गया था.
अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी
इस घटना के बाद मोहल्ले के लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. एलडीए अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर मुआवजे की मांग करने लगे. अब सवाल ये उठ रहे हैं कि इस बिल्डिंग को गिराने के लिए लाखों रुपये का टेंडर कर मुम्बई से एक्सपर्ट टीम को बुलाया गया है. लेकिन गए कैसी टीम जो इतनी बड़ी घटना हो गयी. एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि मामले की जांच कराएंगे. लापरवाही मिलने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी होगी. वहीं जिनकी गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं उन्हें मुआवजा दिया जाएगा जिसकी भरपाई बिल्डिंग गिराने का काम करने वाली फर्म से होगी. डॉ. इंद्रमणि ने कहा कि पहले बिल्डिंग को मैन्युअली तोड़ा जा रहा था जिससे अधिक समय लग रहा था. इसके बाद इसे मशीन से तोड़ा जाना शुरू किया और ये हिस्सा गिर गया. फिलहाल फर्म को कहा गया है कि अतिरिक्त सावधानी बरतें और फिर से बिल्डिंग को मैन्युअली तोड़े.
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