तीन पीढ़ियों से रावण के पुतले बनाते आ रहे रामपुर के एम खां उर्फ राजू भाई लेकिन इस बार...
उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी एम खान पिछली तीन पीढ़ियों से रावण के पुतले बनाते आ रहे हैं. हालांकि, इस बार लॉकडाउन के चलते उनके काम पर बहुत असर पड़ा है.
रामपुर। यूपी के जनपद रामपुर के रहने वाले एम खां उर्फ राजू भाई पिछली तीन पीढ़ियों से रावण के पुतले बनाने का काम करते आए हैं. राजू की मानें तो उनके दादा, उनके अब्बा और अब उनका बेटा रावण के पुतले बनाने का काम करते आ रहे हैं. वह खुद उत्तर प्रदेश की रामलीला के लिए रावण के पुतले बनाते हैं. वहीं उनका भाई उत्तराखंड में होने वाली रामलीलाओं के लिए रावण के पुतले बनाता है.
राजू बताते हैं कि पुतले बनाने का काम रामलीला से कई महीने पहले ही शुरू हो जाता है. ऐसा इसीलिए ताकि समय रहते वह रावण के पुतले के ऑर्डर पूरा कर पाएं. हालांकि, इस बार लॉकडाउन के चलते पुतलों की मांग में काफी कमी आई है. जहां पहले वह हर साल 60 से 70 पुतले बनाते थे लेकिन इस बार वे सिर्फ तीन ही पुतले बना रहे हैं.
देर से आए ऑर्डर क्या ऑर्डर की कमी है, ये पूछने पर वे बताते हैं कि उनके पास ऑर्डर तो बहुत हैं लेकिन इस बार समय नहीं है. राजू की मानें तो रामलीला होने को लेकर असमंजस की स्थिति थी. ऐसे में उन्होंने भी पुतले तैयार नहीं किए थे. अब जब रामलीला की अनुमति मिल गई है तो हर जगह रामलीला शुरू हो गई है. जिसके बाद उनके पास रावण के पुतले बनाने के ऑर्डर आ रहे हैं. लेकिन वक्त की कमी के चलते वह पुतले बनाने में असमर्थ हैं.
सिर्फ यूपी के लिए तीन पुतले राजू बताते हैं कि वे अभी केवल उत्तर प्रदेश के लिए तीन रावण के पुतले ही तैयार कर रहे हैं. जिसमें परिवार उनका सहयोग कर रहा है. पिछले सालों में और लोगों को भी इस काम में लगाना पड़ता था. वे बताते हैं कि एक पुतले को बनाने, सुखाने और उसमें पटाखे लगाने में बहुत समय लगता है. अब दशहरे को लेकर समय नहीं है ऐसे में सिर्फ दो-तीन ही पुतले बना रहे हैं.
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