प्रयागराज : इस बार की दीवाली मिट्टी के दीये और मूर्ति बनाने वाले कुम्हारों के लिए खुशियों की नई सौगात लेकर आई हुई है. पिछले कुछ सालों में चाइनीज आइटम्स की जबरदस्त डिमांड के चलते मंदी की मार झेल रहे कुम्हारों के पास इस बार काम से फुरस्त नहीं हैं. उनके बनाए दीये और दूसरे सामान हाथों -हाथ बिक जा रहे हैं. कुम्हारों की चाक कतई थमने का नाम नहीं लेती.


आत्मनिर्भर भारत से बदली कुम्हारों की जिंदगी


कुम्हारों की ज़िंदगी में यह बदलाव पीएम नरेंद्र मोदी के स्वदेशी व आत्मनिर्भर भारत के नारे के चलते आई है. इन नारों का इतना ज़बरदस्त असर हुआ है कि कुछ महंगा बिकने के बावजूद ज़्यादातर लोग चाइनीज आइटम्स से तौबा कर इस बार कुम्हारों द्वारा तैयार किये गए मिट्टी के दीये- मूर्तियां, मंदिर व खिलौने ही खरीद रहे हैं. कुम्हार इससे काफी खुश हैं और वह पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही ओडीओपी शुरू करने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे हैं.


कुमहारों ने कहा भरपूर मिल रहा है काम


प्रयागराज के अलोपीबाग इलाके की कुम्हार बस्ती में रहने वाले कुम्हारों के मुताबिक़ इस बार उन्हें न सिर्फ भरपूर काम मिला हुआ है, बल्कि तैयार किये गए सामानों की अच्छी कीमत भी मिल रही है. इस बस्ती में सुबह सूरज की पहली किरण निकलने के साथ ही कुम्हारों की चाक चलने का जो सिलसिला शुरू होता है, वह देर रात तक जारी रहता है. इस बस्ती में मिट्टी के दीये व दूसरे सामान खरीदने के लिए आने वाले लोगों का भी यही कहना है कि वह इस बार देश में बने सामानों के ज़रिये ही अपना त्यौहार मनाना चाहते हैं. चाइनीज सामान कुछ सस्ते ज़रूर मिल जाते हैं, लेकिन उसके इस्तेमाल से देश का पैसा विदेश चला जाता है और भारत के छोटे कामगार बेरोज़गार ही रह जाते हैं.


वोकल फोर लोकल नारे से हुआ फायदा


यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ के मुताबिक़ पीएम मोदी के वोकल फॉर लोकल नारे का इतना ज़बरदस्त असर देखने को मिल रहा है कि अकेले यूपी में इस बार चाइनीज सामानों की बिक्री चालीस फीसदी तक घट गई है. उनके मुताबिक़ इसका सीधा फायदा छोटे कामगारों को मिल रहा है. हालांकि यूपी सरकार ने कुम्हारों के लिए इलेक्ट्रानिक चाक दिए जाने की योजना शुरू की थी, लेकिन अभी तमाम लोगों को इस योजना का कोई फायदा नहीं मिल सका है.