ABP Ganga Maha Adhiveshan: मदन कौशिक बोले- भ्रष्टाचार और कांग्रेस सगे भाई, गोदियाल ने भी किया पलटवार
एबीपी गंगा के महाअधिवेशन में सत्ता पक्ष और विरोधियों के बीच जुबानी जंग भी हुई. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने जहां कांग्रेस की पूर्व की सरकार पर आरोप लगाए. तो वहीं, गणेश गोदियाल ने पलटवार भी किया.
ABP Ganga Maha Adhiveshan: एबीपी गंगा के महा अधिवेशन में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी जुड़े. मदन कौशिक ने बताया कि 2022 के चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने मजबूत संगठन के आधार पर तैयारी की है. हमने पांच सालों में लोकप्रिय सरकार दी है. जब हमारी 2017 में सरकार बनी तब प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला था. जनता में सरकार के पर्ति विश्वास नहीं था. बीजेपी ने साढ़े चार सालों में हर क्षेत्र में अच्छा काम किया है. कौशिक ने कहा कि 2017 के बाद हमारी सरकार ने ही 45 अधिकारियों और कर्मचारियों को जेल भेजा था. इन पर केस दर्ज किया गया और कार्रवाई की गई. हमारी सरकार ने ही जीरो टोलरेंस भ्रष्टाचार को लेकर जनता में विश्वास पैदा किया.
कौशिक ने आगे कहा कि कांग्रेस नेताओं पर भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई की जांच हुई. कई नोटिस भी जारी किए. कांग्रेस का चरित्र ही ऐसा है. कांग्रेस की सत्ता में रहते हुए दो दर्जन से ज्यादा लोग जेल में गए. भ्रष्टाचार और कांग्रेस सगे भाई हैं. साढ़े चार सालों में हमारी सरकार में एक भी घोटाला नहीं हुआ है.
गोदियाल का पलटवार
मदन कौशिक के आरोपों पर गणेश गोदियाल ने भी पलटवार किया. गोदियाल ने मदन कौशिक द्वारा कांग्रेस की तत्कालीन सरकार पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों में एक भी शख्स पर ना तो कार्रवाई हुई और ना ही कोई जांच. जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप थे वो नेता बीजेपी में हैं. गोदियाल ने कहा कि बीजेपी ने ऊधम सिंह नगर में हुए घोटाले में आरोपी अधिकारियों का प्रमोशन कर दिया गया. बीजेपी जनता को गुमराह कर रही है. बीजेपी ने तीन सीएम इसलिए बदले क्योंकि उन पर कार्रवाई होनी थी. गोदियाल ने कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सीबीआई का गलत इस्तेमाल किया.
गणेश गोदियाल ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लोगों को कोरोना की दवाई तक नहीं मिल पाई. उन्होंने कहा कि मैं खुद कोरोना संक्रमित हुआ था. मैं दवाई लेने के लिए अस्पताल गया था. मुझे बताया गया कि किट तो हमारे पास है, लेकिन उसे दे नहीं सकते. क्योंकि उस किट पर त्रिवेंद्र सिंह रावत की फोटो थी और वो तब सीएम नहीं थे.
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