Uttarakhand News: उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी चर्चा में हैं. उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है. मुफ्ती शमून कासमी ने आरोप लगाया कि 1947 से 2014 तक के कार्यकाल में कांग्रेस ने लगभग 25 लाख मुसलमानों का कत्ल कराया है. मुसलमान के कत्ल की सीधी जिम्मेदार कांग्रेस है. उनका कहना है कि 1947 से 2014 के दंगों में कांग्रेस सीधे तौर पर शामिल थी. दंगे के बाद मुसलमानों में डर फैलाया जाता था. वोट बैंक के रूप में कांग्रेसियों ने मुसलमानों को इस्तेमाल किया.


मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष का कांग्रेस पर एक बार फिर हमला


कांग्रेस हमेशा मुसलमानों को बीजेपी और आरएसएस से डराती रही. कांग्रेस ने मुसलमानों को बीजेपी और आरएसएस से भयभीत रखा. सही बात है कि 1947 से 2014 तक के दंगों में लगभग 25 लाख मुसलमानों का कत्ल हुआ. मुसलमानों के कत्ल की जिम्मेदारी कांग्रेस पर आती है. कांग्रेस का दामन मुसलमानों के खून से रंगा हुआ है. उन्होंने पूछा कि बीजेपी सरकार में 2014 के बाद कितने दंगे हुए. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी की सरकार में ना कभी दंगा हुआ है ना कभी होगा. बीजेपी सबका साथ सबका विकास और सबका प्रयास की बात करती है.


दंगों में 25 लाख मुसलमानों के कत्ल का बताया सीधे जिम्मेदार


सभी वर्गों को साथ लेकर चलनेवाली पार्टी बीजेपी है. कांग्रेस ने हमेशा से मुसलमानों को पीछे धकेलने का काम किया है. शिक्षा, रोजगार और नौकरियों में मुसलमानों को पीछे रखा गया. कांग्रेस ने साजिश रचकर मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है. मुफ्ती शमून कासमी ने मुसलमानों के खिलाफ दंगा करानेवाले कों आज तक सजा नहीं मिली. कांग्रेस मुसलमानों को वोट बैंक समझती आई है. मुफ्ती शमून कासमी के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बयान दिलवाया जा रहा है. मुसलमानों का एक बड़ा धड़ा कांग्रेस से आज भी नाराज है. ऐसे में मुफ्ती शमून के आरोप से 2024 मे कांग्रेस का वोट काट सकता है. 


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