बॉलीवुड कोरियोग्राफर सरोज खान का गुरुवार देर रात कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। वह 71 वर्ष की थीं। इस दिग्गज कोरियोग्राफर ने 35 साल से अधिक लंबे अपने करियर में 2000 से अधिक गानों के लिए कोरियाग्राफी कीं। हालांकि अभिनेत्री माधुरी दीक्षित संग उनकी जोड़ी सबसे यादगार रही, जिसें वह अपना दोस्त व गुरु मानती हैं। माधुरी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, "मेरे दोस्त व गुरु के चले जाने से मैं पूरी तरह से बिखर गई हूं। डांस में अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच पाने में उन्होंने जो मेरी मदद की है उसके लिए मैं हमेशा उनकी आभारी रहूंगी। दुनिया ने आज एक बेहतरीन प्रतिभाशाली व्यक्ति को खो दिया है। मुझे आपकी हमेशा याद आएगी। परिवार के प्रति दिल से मेरी संवेदनाएं। हैशटैगआरआईपीसरोजगजी।"

खान को मधुमेह की बीमारी थी। उन्हें पिछले महीने सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत के चलते मुंबई के गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले कुछ हफ्तों में उन्हें और भी कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ा था और इसी दौरान कोविड-19 के लिए भी उनका परीक्षण किया जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। परिवार के सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने रात में 1.30 बजे अपनी आखिरी सांस लीं।

सरोज खान द्वारा कोरियोग्राफ किए हुए कुछ हिट गानों ने अस्सी व नब्बे के दशक में माधुरी के स्टारडम को बखूबी परिभाषित किया। साल 1988 में आई सुपरहिट फिल्म 'तेजाब' के गाने एक दो तीन से माधुरी को खासा लोकप्रियता मिली, जो आज भी दर्शकों के जेहन में ताजा है।

साल 1992 में आई फिल्म 'बेटा' के गाने 'धक-धक' गाने से माधुरी ने इतनी सूर्खियां बटोरीं कि उन्हें आज भी लोग धक-धक गर्ल के नाम से जानते हैं। इसके अलावा 'चोली के पीछे क्या है' ('खलनायक') और 'तम्मा तम्मा लोगे' ('थानेदार') जैसे कई गीतों को माधुरी और सरोज खान की जोड़ी ने अमर बना दिया।

साल 2002 में रिलीज हुई फिल्म देवदास के मशहूर गाने 'डोला रे डोला' को भी सरोज खान ने ही कोरियोग्राफ किया था, जिसे माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय पर फिल्माया गया था। इस गीत के लिए उन्हें प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। पिछले साल आई फिल्म 'कलंक' के गीत तबाह हो गए को भी सरोज खान ने माधुरी के लिए कोरियोग्राफ किया था जिसे हर बार की तरह इस बार भी खूब सराहा गया।