नई दिल्ली, एबीपी गंगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अंतत: इस्तीफा दे दिया है। 15 महीने सरकार चलाने के बाद उनकी सरकार अल्पमत में आ गयी थी। प्रेस कॉफ्रेंस करते हुये उन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल को इस्तीफा देने का फैसला किया है। राज्य में अपने काम गिनाते हुये कमलनाथ ने कहा कि मैंने पहले दिन से काम शुरू कर दिया था। किसानों की ऋण माफी के लिए कदम उठाया। शुद्ध का युद्ध, माफिया के खिलाफ अभियान शुरू किया। इसके अलावा भी कमल नाथ ने कई योजनाओं का जिक्र किया। अबतक मिली जानकारी के मुताबिक दोपहर एक बजे तक वे राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।


उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुये कहा कि भाजपा सोचती है कि मेरे प्रदेश को हरा कर के खुद जीत जाएगी। वो ऐसा कभी नहीं कर पाएगी। प्रेस कॉफ्रेंस करते हुए कहा कि कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता ने मुझे पांच साल सरकार चलाने का बहुमत दिया था। लेकिन भाजपा ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से कहती आ रही है कि ये सरकार सिर्फ 15 दिन चलेगी।


इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस देश के लोग उस घटना के पीछे की सच्चाई देख सकते हैं, जहां विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाया जा रहा है...सच्चाई सामने आ जाएगी। लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा पिछले 15 महीनों से सरकार गिराने की साजिश कर रही है। धोखा देने वालों को प्रदेश की जनता कभी भी माफ नहीं करेगी। महाराज के साथ मिलकर भाजपा ने जनता को धोखा दिया है।