Madhya Pradesh Election: लोकसभा चुनाव में एनडीए को हराने के लिए बनाए गए विपक्षी गठबंधन के बीच पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान ही दरार आने लगी है. इस बार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुलकर कांग्रेस का विरोध करते नजर आए हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए टीकमगढ़ जिले की जतारा विधानसभा में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस को धोखेबाज पार्टी बताया है.


दरअसल आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले की जतारा विधानसभा पहुंचे. जहां उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आरआर बंसल के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान वह बीजेपी के साथ ही कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते नजर आए. उन्होंने कहा कि 'अगर आपको राशन के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा है, तो आप बीजेपी को वोट क्यों देंगे? कांग्रेस को वोट भी न दें, बहुत चालू पार्टी है कांग्रेस. इनसे सावधान रहने की जरूरत है. अगर कांग्रेस हमें धोखा दे सकती है तो आपके साथ क्या नहीं कर सकती, कांग्रेस को भी वोट मत देना. कांग्रेस वोटों के लालच के लिए जातिगत जनगणना की बात करती है.'






लूटतंत्र पर भरोसा करती है बीजेपी


इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा. जतारा में उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'बीजेपी का काम करने का तरीका अलग है वो लूट पर भरोसा करते हैं. ये लोकतंत्र पर नहीं लूटतंत्र पर भरोसा करते हैं, चाहे वो उत्तर प्रदेश हो या दूसरे प्रदेश हो. इनकी सरकार नहीं थी लेकिन न जाने इन्होंने विधायकों को कौन सा प्रसाद दिया कि विधायक कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के संग चले गए.'






मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं महिलाएं 


अखिलेश यादव ने आगे कहा कि 'अगर हम मध्य प्रदेश के आंकड़े देखें जो होम मिनिस्ट्री ने जमा किए हैं, तो सबसे ज्यादा पीड़ित कोई है यहां तो हमारी माताएं और बहनें, जिसमें दलित और आदिवासी ज्यादा हैं. सबसे ज्यादा असुरक्षित देश में महिलाएं बहन बेटियां कहीं हैं तो मध्य प्रदेश में हैं. उनकी सुरक्षा के लिए हम लोगों ने 1090 की मदद दी थी. 






जातीय जनगणना के विरोधी है कांग्रेस


वहीं जातीय जनगणना का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश यादव ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और कहा कि 'इस देश में अगर जातीय जनगणना को किसी राजनीतिक पार्टी ने रोका तो वह कांग्रेस पार्टी है और कांग्रेस ने ही मंडल कमीशन की सिफारिश को भी रोक कर रखा है, उसी रास्ते पर बीजेपी चल रही है. जातीय जनगणना का जो सवाल उठा है उसका चमत्कार देखिए कांग्रेस कह रही है जातीय जनगणना होनी चाहिए, वहीं बीजेपी जो पिछड़ों के आरक्षण के खिलाफ रही वो भी आज जातीय जनगणना की बात कर रही है. चुनाव आ गया है PDA की ताकत को वो समझ गए हैं.





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