Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा पर सीएम धामी सख्त, मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक से होगी वसूली, प्रशासन भेजा नोटिस
Uttarakhand News: हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को राज्य सरकार की तरफ से 2 करोड़ 44 लाख का नोटिस भेजा गया. साथ इस रकम को 15 फरवरी तक जमा करने के लिए कहा गया है.
Haldwani Violence: हल्द्वानी में हुई हिंसा और आगजनी के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को राज्य सरकार ने 2 करोड़ 44 लाख का नोटिस भेजा है. राज्यसरकार ने ये नोटिस सरकारी संपत्ति को नुकसान करने को लेकर भेजा है अब्दुल मलिक को प्रशासन द्वारा भेजे गया नोटिस में कहा गया है की सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर उसकी भरपाई करनी होगी. कहा गया कि जो भी नुकसान हुआ उसका आंकलन लगा कर ये नोटिस भेजा गया है. अब अब्दुल मलिक से सरकार इसकी वसूली करेगी.
अब्दुल मलिक को भेजे गए नोटिस में नगर निगम ने 15 फरवरी तक का समय दिया है इस अवधि में पैसा जमा न करने के बाद अब्दुल मलिक की संपत्ति को कुर्क किया जा सकता है. फिलहाल अब्दुल मलिक फरार चल रहा है. अब्दुल मलिक को हल्द्वानी हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. जिस जमीन पर विवाद था इस जमीन पर अब्दुल मलिक का ही कब्जा था.
मलिक का बगीचा नाम से इस जमीन पर अवैध रूप से एक मस्जिद और एक मदरसे का निर्माण किया गया था. जिसे प्रशासन द्वारा तोड़ने के बाद विवाद बड़ा था और इलाके में हिंसा हुई थी फिलहाल प्रशासन ने हल्द्वानी के सभी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया है. केवल बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा हुआ है. यहां पर अभी भी इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है. लोगों को जरूरत का सामान प्रशासन उपलब्ध करा रहा है. किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है.
15 फरवरी रकम जमा करने की मियाद
अब्दुल मलिक को भेजे गए नोटिस में 2 करोड़ 44 लाख की रकम की बात की गई है. ये राशि उन सभी सामानों को जोड़कर आदर्श गई है जिनको इस आगजनी में जलाया गया था या क्षतिग्रस्त किया गया था. इसमें कई वाहन है, जेसीबी मशीन हैं, मोटरसाइकिल हैं और कई अन्य सामान है जिनकी कुल धनराशि 2 करोड़ 44 लाख बैठी है. नगर निगम ने इस धनराशि को अब्दुल मलिक को 15 फरवरी तक जमा करने को कहा है ऐसा न होने की स्थिति में प्रशासन इस धनराशि की वसूली करेगा यानी अब्दुल मलिक के संपत्ति को कब्जे में लेकर उसकी नीलामी की जा सकती है.
ये है मामला
हल्द्वानी में 8 फरवरी को हुए बवाल में उग्र भीड़ ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था, पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था. साथ ही थाने में आग जनी की गई थी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 5 लोगो की गोली लगने से मौत हुई थी तो वही कई लोग घायल हुए थे जिनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है.
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