Madrasa Demolition: हल्द्वानी में बीते आठ फरवरी को बनभूलपुरा के मलिक के बगीचे में सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बने मदरसा और नमाज स्थल तोड़ने गई टीम पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में पुलिसकर्मी, निगमकर्मियों के साथ मीडिया कर्मी भी घायल हुए थे. हालात इस कदर बिगड़ गए थे कि उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को भी आग के हवाले कर दिया था. उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेस की राज्य इकाई के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. 


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को कांग्रेस की राज्य इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और हल्द्वानी हिंसा मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से बनभूलपुरा मामले में चर्चा की. प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधायक प्रीतम सिंह, भुवन कापड़ी, फुरकान अहमद, आदेश चौहान, ममता राकेश एवं सुमित हृदयेश भी शामिल थे.


'कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं' 
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि राज्य सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उपद्रवग्रस्त क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए त्वरित कार्रवाई की है . उन्होंने कांग्रेस नेताओं को यह भी बताया कि घटना की जांच के लिए कुमाऊं के आयुक्त को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं. धामी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. प्रतिनिधिमण्डल ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून के साथ खिलवाड़ करने वालों का वे भी समर्थन नहीं करते हैं.


आठ फरवरी को हल्द्वानी में अवैध रूप से बने मदरसों को हटाने के दौरान हुए उपद्रव के बाद अब हालात पहले की तरह होने लगे हैं. जिले कई इलाकों में प्रशासन ने लोगों को छूट देनी शुरू कर दी है तो वहीं अब कर्फ्यू में ढिलाई दी जाने लगी है. वही प्रभावित इलाके को छोड़कर हल्द्वानी और उसके आस पास इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है. कर्फ्यू प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा की जरूरत होने पर मेडिकल एंबुलेंस की सुविधा मिल सके इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये गए हैं.


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