Atiq Ahmed Shot Dead: गैंगस्टर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार अतीक और अशरफ पर दो से तीन बदमाशों ने फायरिंग की है. अतीक को गोली मारने वाले बदमाश मीडियाकर्मी बन कर आए थे. पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है. गोली चलाने के बाद हमलावरों ने सरेंडर कर दिया. गोली मारने वाले आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि कोर्ट से कस्टडी में मिलते ही मारने का प्लान बनाया गया था. मीडिया चैनल की तरह एक नया माइक अरेंज किया गया, मीडिया कर्मी बनकर लवलेश, सन्नी, अरुण नाम के लोग लगातार मीडिया कवरेज के दौरान साथ घूम रहे थे. आज मेडिकल के दौरान जैसे ही जब मीडिया बाईट लेने की कोशिश में था, तभी फायरिंग की.


अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर योगी के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. योगी सरकार में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बिना नाम लिए कहा कि पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है. अतीक और अशरफ पुलिस की कस्टडी में थे. पुलिस टीम ने माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को लेकर आज कई जगहों पर छापेमारी की थी.


हाल ही में अतीक के बेटे असद का हुआ एनकाउंटर


पुलिस टीम ने शहर के चकिया, कसारी मसारी और पीपल गांव इलाके में छापेमारी की थी. अतीक अहमद 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड और इस साल फरवरी में हुए उमेश पाल हत्याकांड में भी आरोपी था. इससे पहले अतीक का बेटा असद अहमद 13 अप्रैल को झांसी में एक मुठभेड़ में मारा गया था, इसके साथ यूपी एसटीएफ ने शूटर गुलाम को भी मार गिराया था. पुलिस ने छापेमारी के दौरान कसारी मसारी इलाके में दो पिस्टल और 58 कारतूस बरामद किए थे. इसके साथ ही एक पिस्टल विदेशी और एक इंडियन भी थी. बरामद हुए 58 कारतूस में पांच पाकिस्तानी हैंय कसारी मसारी इलाके में अतीक और अशरफ की निशानदेही पर ही ये हथियार बरामद हुए हैं.


UP Nikay Chunav 2023: निकाय चुनाव से पहले योगी के मंत्री संजय निषाद ने की मुलायम सिंह यादव की तारीफ! क्या हैं सियासी मायने