Atiq Ahmed News: यूपी के कौशांबी में एसओजी और संदीपन घाट पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के करीबी और मूरतगंज के पूर्व ब्लाक प्रमुख मोहम्मद सऊद को गिरफ्तार किया है. उसके ऊपर हाल ही में संदीपन घाट थाना में माशूक अहमद नाम के शख्स ने रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है. इतना ही नहीं मोहम्मद सऊद पर इससे पहले भी कोखराज और चरवा थाना में दर्जन भर से अधिक हत्या, रंगदारी, धमकी देने सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हैं. मुखबिर की सूचना पर एसओजी और संदीपन घाट पुलिस ने मोहम्मद सऊद को प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के नीम सराय से गिरफ्तार किया है.
मोहम्मद सऊद को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है. चर्चा यह भी है कि मोहम्मद सऊद अतीक अहमद का मददगार भी है. हालांकि पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है. उमेश पाल की हत्या के बाद आरोपी जिस गाड़ी में सवार होकर कौशांबी की तरफ से फरार हुए थे. वह क्रेटा कार मोहम्मद सऊद के गांव के समीप ही लावारिस हालत मिली थी. इसकी भी तहकीकात पुलिस कर रही है. संदीपन घाट थाना क्षेत्र के लोहरा गांव निवासी मोहम्मद सऊद पुत्र स्वर्गीय महफूज उर्फ बचऊ का अपराध की दुनिया से गहरा नाता है. अपराध की दुनिया में कदम रखने के बाद उसने मृतक अपराधी अतीक अहमद से भी संपर्क साधा. समय-समय पर वह अतीक से मुलाकात करता था. इसके अलावा पैसे से लेकर असलहे आदि की मदद भी करता था.
गंगा की तराई में बसे लोहरा गांव पहले कोखराज थाना क्षेत्र में आता था लेकिन अब संदीपन घाट थाना क्षेत्र में लोहरा गांव आने लगा है. पुलिसिया कार्रवाई से बचने के लिए उसने खादी का चोला पहन लिया. उसकी यह रणनीति कामयाब भी हुई. अपने गांव से वर्ष 2005 में क्षेत्र पंचायत (बीडीसी) का चुनाव जीता. इसके बाद उसने 03 अगस्त 2007 में मूरतगंज ब्लॉक का प्रमुख भी बना. लेकिन विवादों की वजह से वह सिर्फ पांच महीने तक ही ब्लॉक प्रमुख रहा. मूरतगंज की सीट वर्ष 2011 में महिला के लिए आरक्षित हुई तो उसने अपनी पत्नी जेबी सऊद को भी चुनाव मैदान में उतारा. किस्मत ने फिर उसका साथ दिया और उसकी पत्नी ब्लाक प्रमुख बन गई. साल 2016 में एक बार फिर से मोहम्मद सऊद ब्लाक प्रमुख बना और 5 साल तक मूरतगंज का ब्लाक प्रमुख रहा.
कोरोना काल के बाद पंचायत चुनाव हुआ तो यहां की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई. मोहम्मद सऊद ने अपने प्रत्याशी रामप्रसाद को ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़वाया. सत्तासीन बीजेपी के प्रत्याशी को हराकर रामप्रसाद ब्लॉक प्रमुख बन गया. ऐसे में मोहम्मद सऊद का कद बढ़ता ही चला गया. कहा जाए तो मो. सऊद मूरतगंज ब्लॉक में वर्ष 2007 से 16 वर्षों तक लगातार राज कर रहा है. रुतबा एवं रुपया आने लगा तो उसने प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के नीम सराय में भी अपना आवास बना लिया. क्षेत्र में उसका काफी दबदबा हो गया. अपनी दबंगई के बल पर आए दिन वह क्षेत्र के लोगों के साथ अवैध वसूली, मारपीट, छेड़खानी एवं हत्या की वारदात को अंजाम देने लगा.
कोखराज थाना क्षेत्र में 11 मुकदमे हैं दर्ज
साल 1996 में उसके खिलाफ कोखराज थाना में रंगदारी सहित मारपीट का पहला मुकदमा दर्ज हुआ. इसके बाद तो फिर मुकदमों की जैसे झड़ी ही लग गई. अकेले कोखराज थाना क्षेत्र में आर्म्स एक्ट गुंडा एक्ट सहित 11 मुकदमे दर्ज हुए. चरवा थाना क्षेत्र में साल 1999 में भी एक मुकदमा दर्ज हुआ. हाल ही में लोहरा गांव के माशूक अहमद ने संदीपन घाट पुलिस को सऊद के खिलाफ रंगदारी मांगने के लिए धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया. मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी सऊद फरार हो गया. पुलिस उसकी तलाश में जुट गई. पूर्व ब्लाक प्रमुख मोहम्मद सऊद की गिरफ्तारी के लिए एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने एसओजी टीम भी लगा दिया.
मुखबिर की सूचना पर मोहम्मद सऊद को किया गिरफ्तार
संदीपन घाट थाना पुलिस एवं एसओजी की टीम ने मुखबिर की सूचना पर मोहम्मद सऊद को प्रयागराज स्थित नीमसराय उसके आवाज से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उससे पूछताछ की. इसके बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया. पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मोहम्मद सऊद मूरतगंज का पूर्व ब्लाक प्रमुख रह चुका है. इसके खिलाफ थाना संदीपन घाट में रंगदारी वसूलने का एक अभियोग पंजीकृत किया गया था. उसी में इसकी गिरफ्तारी हुई है. पुराना शातिर अपराधी है और मृतक अपराधी अतीक अहमद का काफी करीबी एवं सहयोगी रह चुका है. इसमें एक अभियुक्त अभी और फरार है, जिसकी शीघ्र गिरफ्तारी करेंगे. इसकी एक लंबी क्रिमिनल हिस्ट्री है, जिसमें हत्या और रंगदारी वसूलने के अभियोग पंजीकृत हैं. इसमें हम बहुत ही शीघ्र गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करेंगे. अन्य कड़ी विधिक कार्रवाई भी करेंगे.
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