UP News: जिस बाल संरक्षण गृह में रहे थे अतीक अहमद के दोनों बेटे उस पर लगेगा ताला? दूसरी जगह शिफ्ट हुए बच्चे
UP News: प्रयागराज के जिस बाल गृह में अतीक अहमद के दो बेटों को 221 दिनों तक यहीं रखा गया था. दरअसल बाल गृह से लगातार शिकायतें मिल रही थी. इसी के चलते अब उसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा हैं.
Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटे जिस बाल संरक्षण गृह में सात महीने तक रखे गए थे उसे अब बंद कराए जाने की तैयारी है. इस बाल गृह को लेकर तमाम शिकायतें आई थीं, कुछ अनियमितताएं भी पकड़ी गईं थीं. आरोप था कि निजी संस्था इसका संचालन नियमों और मानकों के मुताबिक नहीं कर रही है. इसी के मद्देनजर यहां रखे गए बच्चों को दूसरे जिलों में शिफ्ट किया जा रहा है.
इसी क्रम में मानसिक रूप से कमजोर आधा दर्जन बच्चों को लखनऊ शिफ्ट किया गया है, जबकि बाकी को वाराणसी. अभी यहां सिर्फ तीन बच्चे हैं, जिन्हे एक से दो दिनों में दूसरी जगहों पर शिफ्ट कर दिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक़ शिफ्टिंग की कार्यवाही पूरी होने के बाद इस बाल संरक्षण गृह को बंद करने के आदेश जारी किये जा सकते हैं.
221 दिनों तक रखे गए अतीक के बेटे
यह बाल संरक्षण गृह प्रयागराज शहर के राजरूपपुर इलाके में साठ फिट रोड पर है. इसका संचालन पिछले कई सालों से जगवंती देवी ग्राम विकास समिति नाम की संस्था द्वारा किया जा रहा था. गौरतलब है कि प्रयागराज में पिछले साल एडवोकेट उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर के शूटआउट के बाद माफिया अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटे एहजम और आबान चार मार्च को लावारिस हालत में मिले थे. इसके बाद माफिया के इन दोनों बेटों को 221 दिनों तक यहीं रखा गया था. दोनों बेटे पिछले साल 9 अक्टूबर को यहां से रिहा किए गए थे और इन्हे उनकी बुआ के सिपुर्द कर दिया गया था. माफिया अतीक के बेटों की वजह से यह चाइल्ड शेल्टर होम खूब सुर्ख़ियों में रहा.
आरोप है कि इस बाल गृह के संचालन में नियमों की अनदेखी की जा रही थी. यहां बच्चों के साथ उचित व सम्मानजनक व्यव्हार नहीं किये जाने, उनकी सही देख रेख नहीं होने, एक बार अवैध तरीके से मोबाइल पकडे जाने, एक बच्चे द्वारा खुदकुशी की कोशिश किये जाने, बाल गृह के किराए की बिल्डिंग में चलने जैसी कई शिकायतें आई थीं. इनमे से कई शिकायतें सही पाई गईं.
इसी के मद्देनजर यूपी सरकार के महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने यहां रहने वाले बच्चों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किये जाने का आदेश जारी किया है. यहां से ज्यादातर बच्चों को शिफ्ट भी किया जा चुका है, शिफ्टिंग के बाद इस बाल गृह पर ताला लटक सकता है. हालांकि संस्था से जुड़े हुए संचालक मुकुल गोस्वामी का दावा है कि अभी सिर्फ बच्चों को दूसरी जगह शिफ्ट किये जाने का ही आदेश आया है. बंद किये जाने को लेकर उनके पास फिलहाल कोई सूचना नहीं है.
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