UP News: सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्‍ती के बाद गोरखपुर में भू-म‍ाफियाओं पर शिकंजा कसता जा रहा है. शहर के सबसे बड़े भू-माफिया ओम प्रकाश पांडेय के चार करोड़ के मकान को कैंट पुलिस की मौजूदगी में जिला प्रशासन ने कुर्क कर दिया. एक ही जमीन को कई लोगों को बेचकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने वाले नटवरलाल पर कैंट थाने में गैंगस्टर समेत कुल 29 से भी अधिक केस दर्ज हैं. पुलिस उसे 7 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जिलाधिकारी विजय किरण आनंद के आदेश के बाद पत्‍नी सुनैना पांडेय के नाम खरीदे गए मकान को रविवार को जिला प्रशासन ने कुर्क कर दिया. इसके पूर्व पुलिस ने बकायदा मुनादी भी की.


तीन दिन पहले भी हुई थी कार्रवाई
डीएम विजय किरण आनंद के आदेश के बाद तहसीलदार सदर बृजेन्‍द्र कुमार गुप्‍ता की मौजूदगी में कैंट इंस्पेक्टर शशिभूषण राय ने उसके मोहद्दीपुर स्थित 4 करोड़ रुपए कीमत के मकान को जब्त कर कुर्की की कार्रवाई की. बकायदा उसके मोहल्ले में मुनादी भी कराई गई. तीन दिन पहले ही ओम प्रकाश पांडेय की दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन और लग्जरी गाड़ियों को जब्त किया गया था. उस पर यह कार्रवाई गैंगेस्टर एक्ट की धारा 14—1 के तहत की गई है.


जनता दरबार में सामने आए कई मामले
गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे ओमप्रकाश पांडेय को कैंट पुलिस ने बीते 7 फरवरी 2022 को गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ कैंट थाने में 29 मुकदमे दर्ज हैं. इनमें ज्यादातर मुकदमे बीते एक साल में दर्ज किए गए हैं. जब सीएम के जनता दर्शन में ताबड़तोड़ जमीन कब्जा करने के मामले सामने आने लगे, तो मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की सख्‍ती के बाद जिला प्रशासन और पुलिस का शिकंजा भू-माफिया पर कसता चला गया. हैरत की बात ये है कि नटवरलाल ओम प्रकाश पांडेय ने यूपी के कई जिलों और गोरखपुर समेत बिहार और झारखंड में एक ही जमीन कई लोगों को बेचने का झांसा देकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली.  


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जालसाजी का मामला 
गोरखपुर के कैंट थानाक्षेत्र के मोहद्दीपुर चार-फाटक रोड के रहने वाले ओमप्रकाश पांडेय के जालसाजी करने की शिकायत मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में पहुंचने के बाद पुलिस ने शिकंजा कसना शुरु किया. जिन लोगों ने भी ओम प्रकाश के खिलाफ तहरीर दी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. कैंट पुलिस ने ओम प्रकाश के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की है. इसी के साथ उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया था.


पुलिस को देता रहा चकमा 
ओम प्रकाश पांडेय ने गोरखपुर पुलिस को खूब परेशान किया. वो लगातार पुलिस को चकमा देता रहा. उसकी लोकेशन राजस्‍थान, दिल्‍ली, हरियाणा समेत कई राज्‍यों में मिल रहा था. इसके बावजूद जब पुलिस उसे पकड़ने के लिए पहुंचती, तो वो उसके पहले ही पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता. इसके बाद से ही उसकी सम्पत्ति जब्ती की कार्रवाई शुरू हो गई. डीएम विजय किरन आनन्द ने आर्थिक अपराध कारित करके अर्जित की गई दो कार, एक स्कार्पियों, एक बाइक और मोहद्दीपुर के मकान को जब्त कर तहसीलदार सदर बृजेन्द्र कुमार गुप्‍ता को रिसीवर नियुक्त किया है.


पत्नी और सहयोगी पर भी कार्रवाई 
भू-माफिया ओम प्रकाश पांडेय ही नहीं उसकी पत्नी सुनैना पांडेय और सहयोगी संजय पांडेय के अलावा सनी देवल, धीरज साहनी सहित कई लोगों पर पुलिस ने जालसाजी का केस दर्ज कर रखा है. इस गैंग का सरगना ओम प्रकाश को ही बनाया गया है. अब पुलिस का कहना है कि 29 मुकदमों के बाद भी उसके जेल जाने पर उसके खिलाफ कुछ और केस दर्ज हुए हैं. इन केसों में भी एक और गैंगेस्टर की कार्रवाई होगी.


2021 में महिला ने की थी शिकायत
यह वही ओम प्रकाश पांडेय है, जिसकी शिकायत पांच अगस्त 2021 को एक महिला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनता दरबार में की थी. तब मुख्यमंत्री ने कहा था कि गोरखपुर में अब भी भू-माफिया बचे हैं क्या? इसके बाद ही ओम प्रकाश के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई तेज हुई थी. ईनाम घोषित किया गया. हालांकि भू-माफिया पर पहला केस 2018 में दर्ज हुआ था. फिर भी वह भू माफिया के लिस्ट में नहीं था. 


23 अगस्त को तत्कालीन कैंट इंस्पेक्टर सुधीर सिंह की तहरीर पर पुलिस ने भू-माफिया ओमप्रकाश और उसके तीन अन्य साथियों पर गैंगस्टर के तहत केस दर्ज की थी. पुलिस ने ओमप्रकाश के अलावा सनी देवल, धीरज साहनी और संजय को आरोपित बनाया है. पुलिस के अनुसार शनिवार को जब्त किया गया जमीन और मकान ओमप्रकाश की पत्नी सुनैना के नाम से रहा है.


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