Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के टॉप 69 और गोरखपुर के टॉप 10 माफिया की लिस्ट में शुमार सुधीर सिंह पर प्रशासन के बाद कोर्ट का शिकंजा कस गया है. उसे कोर्ट ने आर्म्स एक्ट में दो साल की सजा सुनाई है. नौ माह पहले माफिया सुधीर सिंह की 300 करोड़ रुपये की संपत्ति को जिला प्रशासन के आदेश पर कुर्क किया गया था. गैंगस्टर सुधीर सिंह पर अलग-अलग थानों में कुल 40 मुकदमे दर्ज हैं. माफिया का लंबा-चौड़ा आपराधिक इतिहास है. दो से तीन साल पहले भी उसके मकान और चार पहिया वाहन को जब्त करने की कार्रवाई की गई थी. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने सुधीर सिंह को सजा सुनाई है. उसके ऊपर अपने ससुर की लाइसेंसी बंदूक लेकर घूमने का आरोप रहा है.
गोरखपुर के गीडा थानाक्षेत्र स्थित कालेसर के रहने वाला माफिया सुधीर सिंह पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने आर्म्स एक्ट के मामले में दो साल की सजा सुनाई है. उसके ऊपर 10 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है. 8 अक्टूबर 2011 को कैंट थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन रोड पर पुलिस की चेकिंग के दौरान एक स्कार्पियो रोकी थी. स्कार्पियो में चार लोग सवार रहे हैं. इनमें सुधीर सिंह अपने भाई दिवंगत उदयवीर सिंह के साथ बैठा था. दोनों के पास असलहा रहा है. उदयवीर के पास से पुलिस ने राइफल बरामद किया था, लेकिन उसका लाइसेंस उदयवीर के पास रहा है.
सुधीर सिंह के पास एक बंदूक बरामद हुई, जिसका लाइसेंस उसके ससुर के नाम रहा है. उसके पास ससुर का लाइसेंस था, लेकिन लाइसेंसी के साथ मौजूद नहीं होने की वजह से उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. इसी मामले में कोर्ट ने सुधीर सिंह को 13 साल बाद दो साल की सजा सुनाई है. कोर्ट ने सुधीर सिंह और उसके ससुर नरसिंह को इस मामले में दोषी माना है. ससुर को इस मामले में तीन माह की सजा हुई है. माफिया सुधीर सिंह जमानत पर जेल से बाहर है. ऐसे में कोर्ट ने 20 हजार रुपये के व्यक्तिगत बंधपत्र पर उसे अपील की अवधि तक जमानत पर रिहा कर दिया है.
सुधीर सिंह गोरखपुर के टॉप 10 माफियाओं में शामिल है. उसका नाम प्रदेश स्तरीय 69 माफियाओं की सूची में भी दर्ज है. गोरखपुर, लखनऊ, गाजीपुर, बस्ती, महराजगंज और बस्ती में उसके खिलाफ मारपीट, लूट, डकैती, हत्या और हत्या का प्रयास समेत अन्य गंभीर धाराओं में कुल 40 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. गोरखपुर के शाहपुर और कैंट थाने में उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा 3 (1) के तहत चार मुकदमें दर्ज हैं. सुधीर सिंह योगी सरकार की यूपी के माफियाओं की हिट लिस्ट में शामिल है. बीते अक्टूबर माह में एक सप्ताह के अंदर उसकी सात दिनों में 300 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्तियों को कुर्क किया जा चुका है.
गैंगस्टर सुधीर सिंह के खिलाफ अलग-अलग थानों में कुल 40 मुकदमें दर्ज हैं. पुलिस-प्रशासन की जांच में सामने आया कि माफिया ने करोड़ों की संपत्ति को हड़पने के लिए दान पत्र का इस्तेमाल किया. अक्टूबर 2023 में जब्त की गई संपत्तियों में गोरखपुर पुलिस को ऐसी 13 जमीनों के दस्तावेजों की जानकारी हुई है. जो सुधीर सिंह और उसके परिजनों की बेनामी संपत्तियों में शामिल हैं. इनमें से पांच संपत्तियों (भूमि) को कुर्क कर दिया गया. जबकि पहले भी कुर्की की कार्रवाई की जा चुकी है. पुलिस उसकी अपराध से अर्जित अन्य संपत्तियों की तलाश में जुटी है.
गोरखपुर के थाना गीडा द्वारा माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. अक्टबूर 2023 में उसकी पांच भू-संपत्तियों को कुर्क किया गया. इन संपत्तियों को अवैध रूप से अपराध करके अर्जित किया गया था. उसकी 200.95 करोड़ (200 करोड़ 95 लाख) रुपये की संपत्ति को कुर्क किया गया. इसके एक सप्ताह पूर्व उसके और उसकी पत्नी पूनम सिंह के साथ दिवंगत भाई के नाम से दर्ज 100.05 करोड़ (100 करोड़ 5 लाख) रुपये की (भूमि) संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की गई थी. ये कुर्की तहसीलदार सहजनवां और क्षेत्राधिकारी कैंपियरगंज के नेतृत्व में की गई. इस अपराधी की अन्य संपत्तियों की भी तलाश की जा रही है.