Prayagraj Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या का पर्व कल शनिवार (21 जनवरी) को संगम नगरी प्रयागराज में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा. माघ मेले का यह तीसरा और सबसे बड़ा स्नान पर्व है. इस मौके पर प्रयागराज के माघ मेले में तकरीबन एक करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है. श्रद्धालुओं की भीड़ आज एक दिन पहले ही माघ मेले में आ चुकी है, श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से पूरे मेला क्षेत्र समेत संगम जाने वाले रास्तों पर तिल रखने तक की जगह नहीं है. प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए कई विशेष इंतजाम किए जाने का दावा किया है.


योगी सरकार की सुविधा से खुश हैं श्रद्धालु


माघ मेले की सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा खास इंतजाम किए गए हैं. इस बार की मोनी अमावस्या शनिवार के दिन पड़ने से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया है. इसी के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया है कि सरकार इस बार के माघ मेले को 2025 के महाकुंभ के रिहर्सल के तौर पर आयोजित कर रही है. इसी के मद्देनजर श्रद्धालुओं को घाटों से लेकर सुरक्षा इंतजामों तक विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं. श्रद्धालु भी योगी सरकार की सुविधा से खुश नजर आ रहे हैं.  


भीड़ के चलते बढ़ाई गई स्नान घाटों की संख्या


पिछले कई दिनों से मौसम साफ होने की वजह से श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. भीड़ के चलते स्नान घाटों की संख्या बढ़ाकर अब तक कर दी गई है. बड़े अधिकारी खुद मेले में कैंप किए हुए हैं, कई शंकराचार्य और संत महात्मा लगातार आस्था के इस मेले में कल्पवास कर रहे हैं. भारी भीड़ के चलते श्रद्धालुओं को कुछ अव्यवस्थाओं का भी सामना करना पड़ रहा है. उन्हें कई किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ रहा है.


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