Kanpur News: 15 जनवरी से माघ मेले की शुरूआत हो गई है. माघ मेले को लेकर होने वाले स्नान की तिथियां निर्धारित हैं और पहला स्नान मकर संक्रांति को हो चुका है और जनवरी से लेकर मार्च के पहले हफ्ते तक माघ स्नान चलेने वाला है. यूपी सरकार नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए एक्शन मोड पर नजर आ रही है. माघ मेले को देखते हुए सरकार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि लाखों की संख्या ने स्नानकारणे वाले श्रद्धालुओं को स्नान करते समय घाटों पर साफ पानी मिल सके. जिसके चलते कानपुर देहात प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने औद्योगिक इकाइयों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.


वहीं में मेले को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने जनपद में स्थापित लगभग 200 औद्योगिक इकाइयों को सलाह आदेश दे दिए हैं और अति संवेदनशील 18 फैक्ट्रियों और 25 संवेदन शील इकाइयों को प्रतिबंधित करते हुए निर्देश दिए हैं कि इस इकाइयों से निकलने वाले जहरीले तरल अपशिष्ट को नालों के माध्यम से नदियों तक पहुंचने से रोका जा सके. वहीं इनमे पेपर मिल, बैटरी और वेस्टेज प्लांट को जद में लिया गया है और साथ ही साथ जनपद की बाकी इकाइयों पर भी नजर रखी जा रही है .


क्या होगी कार्यवाही
औद्योगिक इकाइयों पर अपशिष्ट नदी नालोन्नमे बहाने को लेकर प्रदूषण अधिकारी आशुतोष पांडे ने बताया की कानपुर देहात में 200 चोटी और बड़ी मिलकर औद्योगिक इकाइयां हैं और सबको हिदायत दे दी गई है कि जनवरी से लेकर मार्च तक किसी भी प्रकार से नालोनोर नदियों में न गिराए और बहुत से इकाइयों की शिकायते ये भी आती है की वो टैंकर में भरकर ऐसे अपशिष्ट को हाइवे किनारे से गुजरने वाले नदियों में गिरा दिया जाता है जिसको भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के माध्यम से हाइवे पर लगे कैमरों के जरिए निगरानी की जायेगी और सहयोग लेकर कार्यवाही कर जुर्माना लगाया जाएगा.


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