Prayagraj Magh Mela: बढ़ते कोरोना के बीच माघ मेले को लेकर संत महात्माओं ने की ये बड़ी मांग, जानें- प्रशासन से क्या कहा
प्रयागराज के शनि मंदिर के पीठाधीश्वर आचार्य प्रवीण मिश्रा ने भी मेला प्रशासन और यूपी सरकार से कल्पवासियों को छोड़कर बाकी श्रद्धालुओं के मेले में आने पर रोक लगाए जाने की मांग की है.
Magh Mela 2022 Prayagraj: प्रयागराज के माघ मेले में कोरोना तेजी से पांव पसारता जा रहा है. ऐसे में अब संत महात्मा भी मेले पर रोक लगाए जाने की मांग उठाने लगे हैं. प्रयागराज के शनि मंदिर के पीठाधीश्वर आचार्य प्रवीण मिश्रा ने भी मेला प्रशासन और यूपी सरकार से कल्पवासियों को छोड़कर बाकी श्रद्धालुओं के मेले में आने पर रोक लगाए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि समूची दुनिया में कल्पवास सिर्फ प्रयागराज में ही होता है. कल्पवास के संकल्प को खंडित नहीं किया जा सकता, इसलिए कल्पवासियों को एक घेरा बनाकर वही सीमित कर देना चाहिए.
मेले का बाकी स्वरूप बंद करना चाहिए -आचार्य
आचार्य प्रवीण मिश्रा ने कहा कि, बाहरी लोगों की आवाजाही पर रोक लगा देनी चाहिए. इसके अलावा मेले के बाकी स्वरूप को बंद कर देना चाहिए और आम श्रद्धालुओं की एंट्री बैन कर देनी चाहिए. उनके मुताबिक मेला शुरू होने पर जब यहां रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे तो कोरोना तेजी से पांव पसार सकता है और तमाम लोगों की जिंदगी और सेहत खतरे में पड़ सकती है.
सरकारी अमला कोरोना को लेकर लापरवाह
आस्था के मेले में तकरीबन एक दर्जन लोगों के संक्रमित होने के बाद भी सरकारी अमला लापरवाह बना हुआ है. मेले में इन दिनों लोहे की चकर्ड प्लेटों से सड़कें बनाए जाने का काम हो रहा है. स्टोर रूम में दर्जनों मजदूरों को लगाया गया है, लेकिन इन मजदूरों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन कतई नहीं कराया जा रहा है. दर्जनों की भीड़ के बीच यह मजदूर बिना मास्क के ही काम कर रहे हैं.
मजदूर एक दूसरे से सटकर बातें करते हैं. ना यह खुद जागरूक हैं और ना ही सरकारी महकमों के लोग इन्हें मास्क पहनने के लिए टोकते हैं. समझा जा सकता है कि जब सरकारी विभागों के काम में इस तरह से लापरवाही बरती जा रही है तो सरकारी अमला कैसे लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करा सकेगा.
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