महाकुंभ पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा, कहा- हिंदुओ की जान चली गई, जाग जाए सरकार
Samajwadi Party के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ में मची भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी और योगी सरकार पर सवाल उठाए.

Maha Kumbh Stampede: उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख और कन्नौज से सांस अखिलेश यादव ने एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार को घेरा है. संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि इस समय बजट से भी ज्यादा जरूरी है कि कुंभ में लोग अपने रिश्तेदारों को खोज रहे हैं.
अखिलेश ने कहा 'इस समय बजट से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि महाकुंभ में लोग अपने रिश्तेदारों को ढूँढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री कई बार वहाँ जा चुके हैं, केंद्रीय गृह मंत्री वहाँ जा चुके हैं, आज उपराष्ट्रपति जा रहे हैं और प्रधानमंत्री भी वहाँ जाएँगे - एक ऐसे महाकुंभ में जहाँ कई लोगों की मृत्यु हो गई और सरकार मृतकों और लापता लोगों की संख्या बताने में विफल रही.
सपा चीफ ने कहा कि हिंदुओं ने अपनी जान गंवाई है. सरकार को जागना चाहिए. मैंने पहले भी कहा था कि वहाँ सेना को बुलाया जाए. यह पहली बार हुआ है कि संतों ने शाही (अमृत) स्नान से इनकार किया है."
आज महाकुंभ में होंगे उपराष्ट्रपति
बता दें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और 73 देशों के 116 राजनयिक शनिवार को महाकुंभ मेले में आएंगे, जहां उपराष्ट्रपति और राजनयिकों के संगम स्नान करने का कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शनिवार को मेले में आएंगे और एक धार्मिक आयोजन में शामिल होंगे. क्षेत्राधिकारी (प्रोटोकॉल, तृतीय) प्रतिमा सिंह ने शनिवार को महाकुंभ नगर में उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री के प्रस्तावित आगमन की पुष्टि की. हालांकि, उन्होंने उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम की जानकारी साझा नहीं की. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पांच फरवरी को महाकुंभ में आगमन प्रस्तावित है. वहीं, शनिवार को शाम चार बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सतुआ बाबा के शिविर में पट्टाभिषेक समारोह में शामिल होने का कार्यक्रम है.
सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, शनिवार को 73 देशों के 116 राजनयिक महाकुंभ मेले में आएंगे और उनका अरैल में भव्य स्वागत किया जाएगा. बयान के मुताबिक, ये राजनयिक अरैल में अपने अपने देशों का ध्वज फहराएंगे और संगम में डुबकी लगाएंगे. इसके मुताबिक, ये राजनयिक अक्षयवट, सरस्वती कूप और लेटे हुए हनुमान मंदिर में दर्शन भी करेंगे. जिन देशों के राजनयिक महाकुंभ में शिरकत कर रहे हैं, उनमें अमेरिका, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, रूस, स्विट्जरलैंड, जापान, न्यूजीलैंड, जर्मनी, नेपाल और कनाडा शामिल हैं. इससे पूर्व 2019 के कुंभ में भी 73 देशों के राजनयिकों को बुलाया गया था.
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