Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में पहुंचीं स्वामी कैलाशानंद गिरि की शिष्या हर्षा रिछारिया इस समय काफी चर्चा में हैं. जब हर्षा रिछारिया से पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि अब गृहस्थ जीवन जीना चाहिए, शादी करनी चाहिए, परिवार को समय देना चाहिए या फिर इसी में ज्यादा स्कोप है. इस पर हर्षा रिछारिया ने कहा कि इसमें स्कोप वाली बात नहीं है, इससे पहले मैं जहां काम कर रही थी वहां ज्यादा स्कोप है. मैं ने वहां अच्छा काम, नाम और पैसा कमाया है. 


उन्होंने आगे कहा कि मैं यहां आई हूं इसका मतलब यह नहीं है कि मैंने गृहस्थ जीवन को त्याग दिया है. मैं तीन चार महीने एक दो बार परिवार से मिलती भी हूं, मैं बाहर रहती हूं. मेरा परिवार दूसरी जगह रहता है, लेकिन उनसे मिलना और बात करना भी नहीं हो पाता है.  हर्षा रिछारिया ने कहा कि मैं गृहस्थ जीवन जीऊंगी या नहीं, ये आने वाला वक्त बताएगा. क्योंकि इसके बारे में अभी मैंने कुछ तय नहीं किया है और ना ही मैंने यह तय किया है कि मैं सन्यास ही लूंगी. उन्होंने कहा कि अभी कुछ निश्चित नहीं है, लेकिन आने वाला समय बताएगा कि ईश्वर की क्या मर्जी है. 


इस दौरान जब हर्षा रिछारिया से पूछा गया कि सोशल मीडिया पर जो लोग उनको देख और सुन रहे हैं वो जानना चाहते हैं कि हर्षा रिछारिया शादी करेंगी, घर बसायेंगी या फिर सनातन का प्रचार प्रसार साध्वी या सन्यासी के तौर पर करती रहेंगी? हर्षा रिछारिया ने कहा, "ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि आप गृहस्थ जीवन जीते हुए धर्म का काम नहीं कर सकते हैं. बहुत से ऐसे लोग हैं जो गृहस्थ जीवन भी जी रहे हैं और धर्म के लिए काम भी कर रहे हैं. वे व्यक्ति के हिसाब बदलता रहता है कि कौन क्या करना चाहता है." 


मैं सिर्फ धर्म के लिए सोच रही हूं- हर्षा रिछारिया


उन्होंने कहा, "अभी मैंने शादी और परिवार के बारे में नहीं सोचा है. मैं सिर्फ धर्म के लिए सोच रही हूं. आने वाले दिनों में क्या होगा मैं अभी से इसके बारे में डिसाइड नहीं कर सकती हूं."  हर्षा रिछारिया ने कहा कि आने वाले दिनों मेरी प्लानिंग है धर्म के लिए काम करना और लोगों जागरूकता फैलाने का है.


अखिलेश यादव ने गंगा में लगाई डुबकी तो अपर्णा यादव ने दी ये प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा