महाकुंभ से पहले संगम की नावों पर हो रही चित्रकारी, श्रद्धालुओं को मिलेगा सुखद अनुभव और संदेश
Maha Kumbh 2025: नाविक सियाराम निषाद का कहना है कि इसके पहले की सरकारें कुम्भ, महाकुंभ जैसे बड़े अवसर पर केवल लाईसेंस जारी करती थीं और नाव यात्रा के रेट तय करती थीं.
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Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ 2025 को लेकर पूरे प्रयागराज और महाकुंभ मेला क्षेत्र में निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य किये जा रहे हैं. इसी क्रम में संगम के पक्के घाटों और नावों को भी चित्रित और पेंट कर सुंदरीकृत किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि नमामि गंगे मिशन के तहत मेला प्राधिकरण 5 लाख स्क्वायर फिट क्षेत्र में पेंटिग और चित्रकारी का कार्य करवा रहा है.
इसी क्रम में लगभग 2000 नावों को भी चित्रित करने का कार्य किया जा रहा है, ताकि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभव हो और वो पेंट किये गये स्वच्छता संदेशों से प्रेरित होकर नदियों को स्वच्छ रखने में योगदान दें. नाविक सियाराम निषाद का कहना है कि इसके पहले की सरकारें कुम्भ, महाकुंभ जैसे बड़े अवसर पर केवल लाईसेंस जारी करती थीं और नाव यात्रा के रेट तय करती थीं, हम नाविकों को और किसी तरह की सुविधा नहीं मिलती थी.
सुरक्षा बीमा के साथ नाव यात्रा का रेट 50 फीसदी बढ़ा
सियाराम निषाद ने कहा सीएम योगी की सरकार ने इस महाकुंभ में तो हमें लाइफ जैकेट, सुरक्षा बीमा के साथ नाव यात्रा का रेट 50 फीसदी बढ़ा दिया है और अब हमारी नावों की मरम्मत और पेंटिग भी करवा रही है. इससे ज़्यादा हमें सरकार से और क्या चाहिए. हम लोग पूरी जी जान से इस बार महाकुंभ को सफल बनाने के लिए काम करेंगे. जिस तरह से नावों में पेंटिंग कराई जा रही है उससे हमारी नावे सुंदर और मनमोहक लगने लगी हैं, जिससे इस बार के महाकुंभ में हमारी नावें श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित करेगी जिससे हमारी इनकम भी बढ़ेगी.
वहीं प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित होने जा रहे आस्था के जन समागम में आने वाले श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था के लिए प्रशासन ने नदी यातायात प्रबंधन योजना तैयार की है. महाकुंभ के सभी 50 घाटों के लिए यह योजना लागू हो रही है, इसके लिए नियमित अभ्यास भी किया जा रहा है, प्रयागराज महाकुंभ में 4000 से अधिक नावों का संचालन होगा.
(IANS इनपुट के साथ)
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