Kumbh 2025: यूपी की योगी सरकार संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ को दिव्य, भव्य. सुरक्षित और डिजिटल के साथ ही प्लास्टिक फ्री व ग्रीन कुंभ के तौर पर भी आयोजित करने की तैयारी में है. महाकुंभ प्लास्टिक फ्री और हरित हो, इसे लेकर सरकार, मेला प्राधिकरण और संत महात्माओं के साथ ही तमाम संस्थाएं भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं.


इसी कड़ी में राजस्थान के जयपुर की संस्था करणी कृपा फाउंडेशन ने मेला क्षेत्र में मौजूद श्रद्धालुओं और दूसरे लोगों को न सिर्फ जागरूक किया बल्कि हाथ उठवाकर उन्हें शपथ भी दिलाई. संस्था की प्रमुख करिश्मा हांडा ने इस मौके पर मिट्टी के बर्तनों और गाय के गोबर से बने दीयों व मूर्तियों को लोगों के सामने रखकर उन्हें बताया कि महाकुंभ को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए इनका ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए.


महाकुंभ को प्लास्टिक फ्री और ग्रीन बनाना हमारी जिम्मेदारी- किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर
महाकुंभ क्षेत्र में आयोजित किए गए जागरूकता कार्यक्रम में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर और यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य स्वामी कौशल्यानंद गिरि उर्फ टीना मां भी शामिल हुई. उन्होंने कहा कि महाकुंभ को प्लास्टिक फ्री और ग्रीन बनाना सभी की जिम्मेदारी है और हर किसी को इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान देना चाहिए. करणी कृपा फाउंडेशन के साथ ही तमाम दूसरी संस्थाएं भी मेला क्षेत्र में इसी तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं.     


करणी कृपा फाउंडेशन की संस्थापक करिश्मा हांडा के मुताबिक उनकी संस्था महाकुंभ में पहले शाही स्नान के बाद फिर से प्रयागराज आकर न सिर्फ लोगों को जागरूक करेगी, बल्कि तीन दिनों तक आस्था के मेले में रहकर यहां आने वाले श्रद्धालुओं के बीच मिट्टी के बर्तन, जूट के थैले, कागज के डिब्बे और गाय के गोबर से बने दीयों और मूर्तियों का वितरण भी करेगी. वितरण के दौरान लोगों को जागरूक किया जाएगा और साथ ही शपथ भी दिलाई जाएगी.