Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 के लिए सोमवार, 13 जनवरी 2025 को पहला स्नान हुआ और 1 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. इस बीच स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने बड़ा बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि मथुरा और काशी को लेकर प्रयागराज में संत सम्मेलन आयोजित किया जाएगा जिसमें भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा होगी.
उन्होंने कहा है कि अयोध्या के बाद अब काशी और मथुरा की बारी है. स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि हमारा सबसे पहला काम होगा स्नान करना. इसके बाद हमारे लिए अहम मुद्दा होगा कि जिस तरह से अयोध्या में राम मंदिर में राम लला विराजमान हुए ठीक उसी तरह से काशी में भगवान विश्वनाथ मंदिर में विराजमान हों और कृष्ण मंदिर में श्रीकृष्ण. उन्होंने कहा कि अयोध्या तो झांकी है, काशी मथुरा बाकी है.
वह चीज हमें मिलनी चाहिए- स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी
उन्होंने कहा कि यह सबसे बड़ा मुद्दा है और इसी को हम सरकार के समक्ष रखते हैं. हमारा जो है, वो हमको दे दिया जाए. स्वामी ने कहा कि जो भगवान के जन्म के लिए श्रुति, स्मृति और पुराण बरसों से चिल्ला कर कह रहे हैं. प्रणाम भी मिल रहे हैं और वह चीज हमें मिलनी चाहिए और हमारे भगवान विराजमान होने चाहिए.
स्वामी ने कहा कि इस संदर्भ में बैठक की जाएगी. अभी हमने साधु, संतों की बैठक कुंभ में बुलाया है. डेट अभी तय नहीं हुआ है लेकिन 29 जनवरी के बार हम एक सम्मेलन कर सकते हैं. जिसमें प्रस्ताव पारित होगा. स्वामी ने कहा कि विचार विमर्श कर के हम आगे की रणनीतियों को तैयार करेंगे.
बता दें साल 2024 में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में हुई थी. इसके बाद मथुरा और काशी को लेकर मांग और तेज हो गई है.