Mahakumbha 2025: संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ में अगर कोई श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हुए गहरे पानी में डूबेगा या फिर नाव पलटने की वजह से गंगा और यमुना की लहरों में समाने लगेगा तो भी उसकी जिंदगी सुरक्षित रहेगी और जान को कोई खतरा नहीं होगा. मुसीबत में घिरने वाले ऐसे श्रद्धालु की जिंदगी को कोई इंसान नहीं बल्कि रोबोट बचाएगा. यूपी की योगी सरकार ने गहरे पानी में कूदकर डूब रहे लोगों को चुटकियों में बचाने वाले कई रोबोट मंगाए हैं. महाकुंभ के आयोजन से पहले संगम पर मॉक ड्रिल के जरिए अब ग्राउंड जीरो पर इन वाटर रोबोट के फंक्शन को परखा जा रहा है.
लोगों को डूबने से बचाने वाले रोबोट की खासियत जानकर उड़ जाएंगे होश
गहरे पानी में भी तेजी से पहुंच कर लोगों की जिंदगी बचाने वाले हाई टेक्नोलॉजी के इस रोबोट को रोबोटिक्स लाइफबॉय का नाम दिया गया है. इस वाटर रोबोट को मुंबई की कंपनी पोटेंशियल रोबोटिक सॉल्यूशन ने तैयार किया है. एक रोबोटिक्स लाइफबॉय की कीमत तकरीबन आठ लाख रुपए है. यह वाटर रोबोट रिमोट सिस्टम पर काम करता है. एक बार में 140 किलो से ज्यादा का वजन अपने साथ खींच सकता है. यानी एक बार में दो से तीन लोगों की जिंदगी बचा सकता है. पानी में यह 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ता है. इस चार्जेबल रोबोट को सिर्फ 45 मिनट में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है. फुल चार्ज होने पर यह कम से कम एक घंटे पानी में काम कर सकता है.
रिमोट के जरिए किया जाता है कंट्रोल
इस वाटर रोबोट को इस तरह से तैयार किया गया है कि यह खुद और इसे पकड़ने वाले लोग गहरे पानी में भी कतई डूबे नहीं, बल्कि तैरते हुए सुरक्षित रहे. रिमोट के जरिए इसे ऑपरेट करना बेहद आसान है. जिस तरह से ड्रोन कैमरे को रिमोट के जरिए ऑपरेट किया जाता है, उसी तरह से इस वाटर रोबोट को भी ऑपरेट किया जा सकता है. इस वाटर रोबोट को बनाने वाली पोटेंशियल रोबोटिक सॉल्यूशन कंपनी के को फाउंडर ईशान शाह और इंजीनियर पुष्पेंद्र सिंह ने मॉक ड्रिल के जरिए महाकुंभ के एसएसपी राजेश द्विवेदी और मेले की सुरक्षा से जुड़े दूसरे अफसरों के सामने इसके फंक्शन को दिखाया. एसएसपी राजेश द्विवेदी के मुताबिक इस वाटर रोबोट के जरिए श्रद्धालुओं के जीवन को और सुरक्षित किया जा सकेगा. यह जितनी तेजी से काम करता है, वह बेमिसाल है. इस बार के महाकुंभ में इस तरह के कई रोबोट को लगाया जाएगा.
इस बार का कुंभ दिव्य-भव्य और नव्या है
महाकुंभ से जुड़े अफसरों और कंपनी से जुड़े लोगों के मुताबिक इस वाटर रोबोट का रिमोट तकरीबन एक किलोमीटर की दूरी तक काम करता है. जैसे ही कोई श्रद्धालु डूबता हुआ नजर आएगा, तुरंत रिमोट के जरिए रोबोट को तेजी के साथ उस तक भेजा जाएगा. डूब रहे व्यक्ति को सिर्फ इस रोबोट को पकड़ना होगा. रोबोट खुद ब खुद डूब रहे व्यक्ति को बचाकर किनारे या किसी दूसरी सुरक्षित जगह पर ले जाएगा. कहा जा सकता है कि यूपी की योगी सरकार इस बार के महाकुंभ को जहां दिव्य - भव्य और नव्य स्वरूप में आयोजित कर रही है, वहीं वाटर रोबोट जैसे हाईटेक उपकरणों के जरिए इसे सुरक्षित महाकुंभ भी बनाने की तैयारी है.
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