Varanasi News: जहां इस समय पूरे देश और दुनिया में प्रयागराज महाकुंभ आयोजन चर्चा के केंद्र में है. वहीं मौलाना शहाबुद्दीन के प्रयागराज महाकुंभ स्थल को वक्फ संपत्ति वाले दावे ने हलचल मचा दी है. एक तरफ साधु संत धर्माचार्य ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है. वहीं दूसरी तरफ अब इस मामले में काशी ज्ञानवापी मामले के मुस्लिम पक्षकार अंजुमन इंतजामिया मसाजिद के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन का बड़ा बयान आया है. उन्होंने इस बयान को बकवास बताते हुए अपनी विचारधारा को मानने वाले लोगों से खास अपील की है.
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने बयान जारी करते हुए कहा कि प्रयागराज महाकुंभ स्थान को वक्फ संपत्ति बताना एक कोरी बकवास है. एक मौलवी यह प्रचार करते हुए नहीं थक रहे हैं. जबकि हजारों साल से महाकुंभ होता आ रहा है, उसमें वक्फ की जमीन कहना बकवास के सिवाय कुछ भी नहीं है. यह सिर्फ सस्ती शोहरत पाने के लिए किया जा रहा है, यह बिल्कुल अनुचित है. हमने इसको लेकर वक्फ बोर्ड कार्यालय से भी इसकी हकीकत जानी.
मुस्लिम भाइयों से मेरी यह अपील- मोहम्मद यासीन
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मेरी तमाम मुस्लिम भाइयों से यह अपील है कि ऐसे लोगों से बिल्कुल सावधान रहने की जरूरत है और अनावश्यक बयान बाजी समाज के लिए बड़ी घातक साबित होगी. इसके अलावा वाराणसी पहुंचे समाजवादी पार्टी नेता और नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने भी इस बयान के बाद कहा कि हजारों साल से महाकुंभ आयोजन होता आ रहा है , कोई भी निजी संपत्ति नहीं है.
क्या बोले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी
बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने दावा किया है कि जिस जमीन पर महाकुंभ 2025 की तैयारी की जा रही है वह वक्फ की भूमि है. मौलाना के इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है और धर्म गुरुओं समेत नेताओं की भी इस पर प्रतिक्रिया आ रही है.
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