Prayagraj News: प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में रविवार (6 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में सनातन भावनाओं का सम्मान को देखते हुए मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक रहेगी.


इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी वर्ष होने वाला महाकुंभ की तैयारियों के लिए डेडलाइन दी है. इसके तहत उन्होंने महाकुंभ से जुड़ी सभी तैयारियों को 10 दिंसबर तक पूरे करने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा 2025 का महाकुंभ स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित होगी.


गंगा यमुना को लेकर बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया है कि महाकुंभ से पहले गंगा यमुना अविरल और निर्मल मिलेगी. इसके अलावा बिजनौर से बलिया तक गंगा जीरो डिस्चार्ज रहेगी. यानी बिजनौर से बलिया तक गंगा में अपशिष्ट नहीं छोड़ा जाएगा.


सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ से पहले ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाने को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने दिसंबर के पहले सप्ताह तक स्टील ब्रिज तैयार करने और कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी और अयोध्या से प्रयागराज तक आवगमन को सुलभ बनाने को कहा है. जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को समस्या से दोचार न होना पड़े.


सनातन संस्कृति से साक्षात्कार का मौका 
महाकुंभ 2025 का जिक्र करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है, ऐसे में महाकुंभ में  स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा के मानक का विशेष ध्यान रखा जाएगा.


इस मौके पर यातायात प्रबंधन को बेहतर करने को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोर दिया. उन्होंने कहा कि आगंतुक हों या स्थानीय, किसी को भी जाम की समस्या से परेशान न होना पड़ा. उन्होंने कहा कि विशेष स्नान पर्वों पर कोई वीआईपी मूवमेंट नहीं होगी. 


चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम
योगी सरकार ने महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने को लेकर विशेष प्लान बनाया है. एयरपोर्ट से मेला क्षेत्र तक वीवीआइपी कॉरिडोर बनाया जाएगा. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मेला क्षेत्र में तीन पुलिस लाइन, तीन महिला थाना और 10 पुलिस चौकियां स्थापित की जाएंगी.


सीएम योगी ने महाकुंभ में सभी श्रद्धालु की आस्था का सम्मान करने और उनके साथ अच्छा व्यवहार करने की अपील की. इस दौरान क्राउड मैनेजमेंट, फायर सर्विस, हेल्प डेस्क, पार्किंग, सीसीटीवी लगाने, एंटी ड्रोन सिस्टम लगाने का लगाया जाएगा.


उन्होंने एआई टूल का इस्तेमाल करके सिक्योरिटी मॉडल तैयार करने का निर्देश दिया. इसके अलावा महाकुंभ में भाग लेने वाले कल्पवासी हो, स्नानार्थी हो या पर्यटक सबकी सुरक्षा और उनकी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा. इस दौरान पुलिस का व्यवहार सहयोगात्मक रखने को कहा गया है. 


होम स्टे को प्रोत्साहित करेगी सरकार
सरकार महाकुंभ में प्रयागराज में होम स्टे की संभवानाओं को प्रोत्साहित करेगी, जिससे स्थानीय लोगों को अतिरिक्त आय होगी. यहां आने वाले श्रद्धालुओं से अखाड़ों, आचार्यों, संतों से मार्गदर्शन लेते रहने की अपील की गई और उनकी अपेक्षाओं को विशेष ध्यान रखने को कहा गया है.


अपनी सरकार की तारीफ करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2019 में कुंभ का सफल आयोजन कर उत्तर प्रदेश सरकार ने मानक स्थापित किया, इस बार लोगों की अपेक्षाएं हमसे और अधिक बढ़ गई है.


मेला क्षेत्र का बढ़ेगा दायरा
बता दें, साल 2019 में 3200 हेक्टेयर में मेला क्षेत्र फैला हुआ था. इस बार मेला क्षेत्र का फैलाव 4000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में होगा. इस दौरान सात हजार से अधिक बसों का संचालन किया जाएगा, जबकि मेला क्षेत्र में डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे, इसके रखरखाव और सफाई के काम में 10 हजार सफाई कर्मचारी को तैनात किया जाएगा.


महाकुंभ में सुरक्षा के मद्देनजर जीआरपी थानों की आवश्यकता होगी, साथ ही ट्रेन, रेलवे और अन्य स्थानों की चौकसी बढ़ाने की जरुरत है. इसके लिए रेलवे और उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जाएगा. सुरक्षा की दृष्टि से किरायेदारों और रेस्टोरेंट कर्मियों के साथ ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन करना अनिवार्य होगा. 


संत समाज से सीएम का आह्वान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत समाज को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में गोहत्या और अपराध पर लगाम लगाने और गोवंश संरक्षण के लिए आगे आने का आह्वान किया.


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सनातन परंपरा के सम्मान के लिए समर्पित है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पूरी दुनिया भारतीय सनातन संस्कृति का साक्षात्कार करेगी. इस मौके पर संतगणों की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा और सबकी आशाओं, अपेक्षा और आवश्यकता को पूरा करने की कोशिश की जाएगी. 


'संतों की समाधि के भूमि आरक्षित'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों को एक बड़ा तोहफा दिया. उन्होंने संतों के सामने ऐलान किया कि संतों-संन्यासियों की समाधि के लिए प्रयागराज में भूमि आरक्षित होगी.


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