Maha Kumbh Stampede: उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने राज्य और केंद्र सरकार दोनों को जिम्मेदार ठहराया है.


संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि दुखद घटना है. सरकार ने प्रचार ज्यादा किया लेकिन इंतजाम उतने नहीं थे.
योगी सरकार द्वारा मुआवजे के ऐलान पर यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि 25 लाख की मदद राशि कम है. अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में जिनकी जानें गईं और  लापता लोगों की सूची जारी करे सरकार, आशंकाएं हैं. आशंका तभी दूर होगी जब सूची जारी होगी.


अखिलेश ने कहा कि सिर्फ ये कहना कि वीआईपी की वजह से दुर्घटना हुई ये दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार  खुद कार्ड बांट रही थी, जबकि कभी भी कार्ड नहीं दिया जाता है. जिनकी जान गई उन्हें कार्ड नहीं मिला था, वे धार्मिक भावना से आए थे. वे किसी सरकार की वजह से कुंभ से नहीं जुड़े थे. सरकार की जिम्मेदारी है. बीजेपी इससे इनकार नहीं कर सकती.


सपा चीफ ने कहा कि दिल्ली और लखनऊ दोनों सरकारें इसकी जिम्मेदार है. पीड़ितों से मिलने नहींं जाऊंगा क्योंकि बीजेपी आरोप लगाएगी कि मैं राजनीति कर रहा हूं.  भारत सरकार को भी बताना चाहिए कि वे बताएं कि उन्होंने कितना सहयोग किया है. उम्मीद है कि राष्ट्रपति के भाषण में भी जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के प्रति संवेदना आएगी.


इसके अलावा सोशल मीडिया साइट एक्स पर भी अखिलेश ने इसी मुद्दे पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि महाकुंभ में जिन लोगों के अपने बिछड़ गये हैं, सूचना के अभाव में उनके अंदर ये आशंका जन्म ले रही है कि कहीं उन्होंने अपने परिवार, परिजनों को हमेशा के लिए तो नहीं खो दिया है. इस आशंका को दूर करने के लिए एक सरल उपाय ये है कि सरकार महाकुंभ हादसे में जीवन गँवानेवालों की सूची जारी कर दे. यदि मृतक चिन्हित नहीं हैं तो उनके वस्त्र-चित्रादि माध्यम से पहचान करायी जाए.  इस प्रयास से आशंकाओं का उन्मूलन होगा और तीर्थयात्रियों में इस आशा का संचार होगा कि उनके अपने खोए ज़रूर हैं, पर सद्प्रयासों आज नहीं तो कल मिल ही जाएंगे.