Prayagraj News: महाकुंभ में योगी सरकार अपनी परंपरा को कायम रखते हुए विशेष अवसरों पर कुंभ में आए साधु संतों और श्रद्धालुओं पर आसमान से पुष्प वर्षा करा कर उनका स्वागत और सम्मान करेगी. इससे पहले 2029 कुम्भ के दौरान भी मौनी अमावस्या के दिन संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई थी. 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा सनातन संस्कृति और आस्था को नमन करने का प्रतीक बन गया है. कुम्भ के दौरान पवित्र स्नान पर्व हों, या फिर माघ मेला या फिर सावन में कांवड़ियों की यात्रा,योगी सरकार पुष्प वर्षा कर आस्था को नमन करना नहीं भूलती.
महाकुंभ को विश्व के पटल पर भव्य नव्य और दिव्य बनाने में कोई कोर कसर योगी सरकार नहीं छोड़ रही है. जहां एक तरफ कुंभ मेला परिसर को सजाने और संवारने का काम चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और अतिथियों के स्वागत की भी तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है. ताकि इस महाकुंभ में आने वाले हर एक श्रद्धालुओं को एक नई अनुभूति हो सके.जहां एक तरफ पूरे मेला परिषद को दुल्हन की तरह सजाया और संवारा जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ग्रीनरी को बढ़ावा देने के लिए लाखों पौधे भी लगाए जा रहे हैं. योगी सरकार इस बार महाकुंभ के जरिए सनातन को विश्व के पटल पर रखने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है.
ट्रैफिक मैनेजमेंट के खास प्लान
महाकुंभ में इस बार करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने की उम्मीद जताई जा रही है. इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए, इसके लिए बाकायदा वैज्ञानिक ढंग से ट्रैफिक मैनेजमेंट का अध्ययन किया जा रहा है. महाकुंभ की तैयारी को लेकर तीर्थराज प्रयाग के ब्यूटीफिकेशन का काम भी तेज रफ्तार से चल रहा है.यहां सांस्कृतिक और पर्यावरणीय विविधता दिखाने के लिए पूरा इंतजाम किया जा रहा है. चौराहों पर जो भी डिजाइन तैयार किया जा रहे हैं, उनमें हॉर्टिकल्चर एनवायरमेंट के मद्देनजर ग्रीन बेल्ट भी तैयार किए जा रहे हैं.
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