Prayagraj News: माघ मेले (Magh Mela) के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक करीब 1.80 लाख श्रद्धालुओं ने यहां गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई. दारागंज (Daraganj) स्थित नागवासुकी मंदिर और यमुना तट स्थित मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से ही बड़ी संख्या में शिव भक्त जल और दुग्धाभिषेक कर रहे हैं. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.


कल्पवास की हो चुकी है समाप्ति
मेला प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि कल्पवास की समाप्ति के साथ मेला क्षेत्र में बसावट खत्म हो गई है. इसलिए महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर स्नानार्थियों के लिए प्रशासन ने छह घाटों की व्यवस्था की है. इसके अलावा, मेला क्षेत्र में लगभग 650 शौचालयों की भी व्यवस्था की गई है, जिन स्थानों पर शौचालयों की उपलब्धता नहीं है वहां पर नगर निगम के मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की गई है. मेला क्षेत्र में अब भी तीन प्राथमिक चिकित्सा केंद्र एवं एक अस्पताल परिचालन में है.


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किया गया था समुचित व्यवस्था
अधिकारी ने बताया कि महाशिवरात्रि के स्नान पर्व पर शिव दर्शन की मान्यता होने के कारण सोमेश्वर महादेव, मनकामेश्वर मंदिर एवं नाग वासुकी मंदिर के आसपास आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं और समुचित पार्किंग की व्यवस्था की गई है. खबरों के मुताबिक संगम तट की पार्किंग फुल होने के बाद ही संगम तट तक वाहनों का प्रवेश रोका गया था. संगम में स्नान के बाद शिवालयों में जलाभिषेक के लिए तीन प्रमुख शिवालयों में इंतजाम किए गए थे. मनकामेश्वर मंदिर, नाग वासुकी मंदिर और सोमेश्वर महादेव मंदिर में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है.


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