हरिद्वार. आज से हरिद्वार में महाकुंभ 2021 की औपचारिक शुरुआत हो गई है. कोरोना के साये में शुरू हुए दुनिया के इस सबसे बडे़ धार्मिक मेले में महामारी का असर दिख रहा है. कोरोना गाइडलाइन और बढ़ते संक्रमण की वजह से श्रद्धालुओं की भीड़ में कमी देखी जा रही है. गाइडलाइन की वजह से हर की पौड़ी पर श्रद्धालुओं की संख्या बाकी दिनों के मुकाबले कम नजर आ रही है. स्थानीय पुरोहितों का कहना है कि साल 2010 में कुंभ के दौरान हर की पौड़ी पर पैर रखने की जगह नहीं थी, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से यहां श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम है.


दिखानी होगी कोरोना कि निगेटिव रिपोर्ट
महाकुंभ में आने के लिए श्रद्धालुओं को 72 घंटे पुरानी कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. इसके अलावा कुंभ के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा. तभी कुंभ मेला क्षेत्र में एंट्री मिल पाएगी. नारसन बॉर्डर पर बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच कर ही एंट्री दी जा रही हैं. 12 राज्यों आने वाले से जो भी लोग हरिद्वार जिले में प्रवेश करेंगे उन्हें पहले 72 घंटे की कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. निगेटिव रिपोर्ट ना होने पर उन्हें वापस भेजा जाएगा.


सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
कुंभ में सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं. कुंभ क्षेत्र पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है. इसके लिए बकायदा कंट्रोल रूम बनाया गया है. इस कंट्रोल रूम में 24 पुलिसकर्मी तैनात हैं जो सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे कुंभ क्षेत्र में नजर रख रहे हैं. इसके अलावा हर गाड़ी की स्क्रीनिंग होगी और मास्क न पहनने वाले व्यक्ति की जानकारी तत्काल पुलिस को मिल जाएगी.


फोर्स तैनात
वहीं, सीओ कुंभ ने बताया कि राज्य की सीमा के सभी बॉर्डर पर पुलिस के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है. गाड़ियों की चेकिंग कर लोगों की 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट चेक कर ही आगे भेजा जा रहा है.


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