Mahakumbh 2025: महाकुंभ की जमीन पर बीते दिनों बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दावा करते हुए हाकुंभ स्थल की जमीन को वक्फ की संपत्ति करार दिया. इसके बाद उनके बयान पर सियासी बयान बाजी चल रही है. अब योग गुरु बाबा रामदेव ने उनके इस बयान पर पलटवार किया है. 


बाबा रामदेव ने कहा कि ऐसी बाते करना बिल्कुल मजहबी उनमाद फैलाने वाली है. ऐसी बातें कोई भी समझदार व्यक्ति नहीं कर सकता. अगर वक्फ बोर्ड का बिल संसद में पास नहीं होता तो फिर सनातन बोर्ड बने. या तो आप वक्त बोर्ड में संसोधन करो. जो हमारे प्रधानमंत्री चाहते हैं. या फिर दोनों ओर से ऐसा ही नियम बना दो. जिनकी वहां कोई आस्था नहीं है वो वहां क्यों जाएंगे. क्या हम कोई विवाद लेकर मक्का मदीना जा सकते हैं, नहीं जा सकते हैं. हमने तो पूरे विश्व को अपना परिवार कहा है. हम ब्रह्म के उपासक हैं. 


विवादित पोस्टरों पर क्या कहा
महाकुंभ में लगे पोस्ट पर उन्होंने कहा कि कुंभ में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होना चाहिए. पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत हमारी सत्ता के शिखर पर जो लोग हैं वो ऐसा नहीं करेंगे और लोगों को भी ऐसा नहीं करना चाहिए. गौरतलब है कि मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बीते रविवार को दावा करते हुए कहा था कि जिस जमीन के ज्यादातर हिस्से पर शामियाने और तंबू लगाए गए हैं, वो जमीन वक्त की है और वहां के मुसलमानों की है. ये जमीन लगभग 54 बीघा है.


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उन्होंने आगे अपने बयान में दावा किया था कि मेले में मुसलमानों को दुकानें लगाने के लिए मना कर रहे हैं. इसके बाद भी मुसलमानों की दरियादिली देखिए कि उन्होंने बड़ा दिल दिखाते हुए मेले की तैयारियों पर कोई आपत्ति नहीं की है. वक्फ की 55 बीघा जमीन पर मेला लग रहा है. वहां के जो जिम्मेदार लोग हैं उन लोगों को इस पर गौर करना चाहिए.