महाकुंभ निमंत्रण पर छिड़े सियासी संग्राम पर काशी के संतों की एंट्री, कहा- 'सपा प्रमुख के पेट में दर्द तो...'
Varanasi: महाकुंभ के निमंत्रण पर यूपी में छिड़े सियासी संग्राम पर काशी के संतों की एंट्री हो गई है. संत समिति की तरफ से कहा गया हि, सपा प्रमुख के पेट में दर्द होना स्वाभाविक है.
UP Politics: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 आयोजन के पहले ही प्रदेश सरकार और समाजवादी पार्टी आमने-सामने देखें जा रहे हैं. जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी की तरफ से बीजेपी पर अनावश्यक पैसे खर्च और प्रचार प्रसार का आरोप लगाया गया, वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने भी सपा कार्यकाल में कुंभ आयोजन की कमियों का आरोप लगाते हुए बड़ा पलटवार किया है. इसी बीच अब काशी के संत भी प्रदेश सरकार के समर्थन में उतर चुके हैं और उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती ने बयान जारी करते हुए कहा कि, समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तरफ से महाकुंभ आयोजन के निमंत्रण को लेकर सवाल उठाए जा रहें है. उनके पेट में दर्द होना स्वाभाविक है क्योंकि उनके कार्यकाल में सरकारी धन की मदद से रोजा इफ्तार के लिए ही निमंत्रण देने की परंपरा रही है.
जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब धार्मिक आयोजन के लिए सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों को आग्रह पूर्वक निमंत्रण भेज रहे हैं. यह उनकी सनातन धर्म के प्रति अपार आस्था रखने वाली कार्यशैली को दर्शाता है. निश्चित ही अब पुराने दिन बदल गए और आज सनातन धर्म से जुड़े प्रमुख आयोजन और पर्व पर सरकार द्वारा लोगों को ऐसे पवित्र आयोजन से जुड़ने के लिए आमंत्रण भेजा जाता है.
पंचांग के माध्यम से पहले जाता था लोगों को निमंत्रण
संत समिति की तरफ से यह भी कहा गया कि - निमंत्रण भेजे जाने पर कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए. पहले भी महाकुंभ आयोजन को लेकर सनातन धर्म के पंचांग के माध्यम से लोगों को प्रमुख तिथियों के स्नान के बारे में पता चलता था. ऐसे में पंचांग भी श्रद्धालुओं के लिए एक प्रकार से निमंत्रण पत्र हुआ करता था, जिससे स्वयं ही लोग महाकुंभ जैसे आयोजन में पहुंचने लगते थे. जिस भव्यता के साथ प्रदेश सरकार द्वारा महाकुंभ आयोजन 2025 की तैयारी की जा रही है, पूरा संत समाज प्रफुल्लित और आनंदित है. हम प्रदेश सरकार को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते है.
ये भी पढ़ें: समीक्षा बैठक में इस मुद्दे पर चिंतित हुए सीएम योगी, कहा- 'कराई जाए नियमित कर्मचारियों की तैनाती'