महाकुंभ में शाही स्नान के बीच महामंडलेश्वर की तबीयत खराब, रथ पर ही दिया गया CPR
उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है. इस बीच कई लोग ठंडे मौसम के चपेट में आ गए हैं. करीब 132 लोग बीमार पड़ गए.
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में कड़ाके की ठंड के चलते आज बड़ी संख्या में संत महात्मा और श्रद्धालु बीमार हो गए. अकेले महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में इमरजेंसी के 132 मामले पहुंचे. इनमें से ज्यादातर मामले ठंड लगने और दिल का दौरा पड़ने की बीमारियों से जुड़े हुए हैं. इसके अलावा ओपीडी में भी बड़ी संख्या में लोग अपना इलाज करने के लिए पहुंचे हैं. सरकारी अमले के मुताबिक जो 132 लोग केंद्रीय अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचे, वह सभी सुरक्षित हैं.
बता दें जूना अखाड़े के अमृत स्नान के शाही जुलूस में एक महामंडलेश्वर की तबीयत अचानक बिगड़ गई. रथ पर बैठकर श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे इन महामंडलेश्वर को फौरन उनके भक्तों ने सीपीआर दिया . इसके बाद रथ को शाही जुलूस से किनारे कर महामंडलेश्वर को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया.
प्रयागराज में आज सुबह बूंदाबांदी हुई है. इसके अलावा सुबह से ही बर्फीली हवाएं चल रही हैं पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे और सिर्फ कुछ देर के लिए ही सूरज अपनी चमक बिखेर सका.
मकर संक्रांति पर अखाड़ों के साधु-संतों ने अमृत स्नान किया
बता दें मकर संक्रांति के अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के साधु-संतों ने मंगलवार को महाकुम्भ मेले में अमृत स्नान किया.मकर संक्रांति पर सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने अमृत स्नान किया. पहला अमृत स्नान कई मायनों में खास है. यह सोमवार को पौष पूर्णिमा के अवसर पर संगम क्षेत्र में पहले बड़े ‘स्नान’ के एक दिन बाद हुआ. महाकुम्भ में विभिन्न संप्रदायों के संतों के 13 अखाड़े भाग ले रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है. आज लोक आस्था के महापर्व मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में प्रथम अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालु जनों का अभिनंदन!.’’ अखाड़ों को अमृत स्नान की तिथियों और उनके स्नान क्रम के बारे में जानकारी मिल गई है.
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