Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन से पहले अखाड़ों में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है और साथ ही तमाम संतों को अलग-अलग पदवी देकर उनका पट्टाभिषेक किया जा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को उदासीन संप्रदाय के बड़ा पंचायती अखाड़े में पश्चिमी पंगत के मुखिया महंत के तौर पर रामनवमी दास जी महाराज की नियुक्ति की गई है. अखाड़े में आज उनका पट्टाभिषेक कर चादरपोशी की गई. 


इस मौके पर पंचायती अखाड़े के पदाधिकारियों के साथ तमाम दूसरे अखाड़े के संत महात्माओं ने महंत रामनवमी को चादर और फूलों की माला भेंटकर उन्हें आशीष दिया और अखाड़े के फैसले पर अपनी सहमति दी. पट्टाभिषेक के मौके पर महंत रामनवमी दास ने कहा कि महाकुंभ की धरती से वह अपने भक्तों और दूसरे श्रद्धालुओं को एकजुट होकर सनातन धर्म को और मजबूत करने का संदेश देंगे. 


उनके मुताबिक केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार ने महाकुंभ को लेकर बेहतरीन व्यवस्थाएं की हुई हैं. इस बार का महाकुंभ और भी दिव्य व भव्य स्वरूप में आयोजित होगा. संत महात्मा भी महाकुंभ को वैश्विक पहचान दिलाने में अपना योगदान देंगे. उन्होंने सभी सनातन धर्मियों से आस्था के इस मेले में आकर आध्यात्म की गंगा में डुबकी जरूर लगाने की अपील की है.


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अखाड़े में उत्सव का माहौल
महंत रामनवमी दास के पट्टाभिषेक के मौके पर बड़ा पंचायती अखाड़े में उत्सव का माहौल नजर आया. तमाम संत महात्मा बैंड बाजों की धुन पर भक्ति भाव में मगन होकर झूमते नाचते दिखाई दिए. पट्टाभिषेक से पहले महंत रामनवमी को स्नान कराया गया. इसके बाद वैदिक मंत्रोचार के बीच उनका पट्टाभिषेक किया गया. पट्टाभिषेक के बाद चादरपोशी की रस्म अदा की गई. 


प्रयागराज महाकुंभ में जल्दी कई दूसरे अखाड़े में भी इसी तरह से पट्टाभिषेक के कार्यक्रम आयोजित होंगे. तमाम संतो को महामंडलेश्वर की पदवी दी जाएगी. महाकुंभ के समापन के मौके पर अखाड़ा परिषद की नई कार्यकारिणी का गठन भी हो सकता है.