'9 पांटून पुल, बाकी नौ दो ग्यारह..', अखिलेश यादव ने फिर उठाए महाकुंभ की तैयारियों पर सवाल
Mahakumbh 2025: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं के बनाए जा रहे पांटून पुल निर्माण को लेकर सवाल उठाए और कहा कि अभी तक सिर्फ 40 फीसद ही काम हुआ है.
Mahakumbh 2025: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने योगी सरकार के दावों पर निशाना साधते हुए कहा कि साल के काम के बाद भी अब तक सिर्फ 40 फीसद तक ही पांटून पुल बनाने का काम हो पाया है और अब जब कुंभ में 20 दिन ही बचे हैं तो बाकी काम कैसे होगा.
अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा- भाजपा के कुशासन मॉडल का विशेष समाचार बुलेटिन, 22 में से यातायात लायक केवल 9 पांटून पुल, बाकी नौ दो ग्यारह. मतलब साल भर की क़वायद के बाद 22 में से केवल 9 पांटून ब्रिज यातायात योग्य बन पाये हैं अर्थात् लगभग 40% ही काम हो पाया है. अब जब इस महाआयोजन के लिए सिर्फ़ 20 दिन और बचे हैं तो बाकी बचे पुल कैसे बन पाएंगे और भीड़ का नियंत्रण और आवागमन कैसे संभव होगा। भाजपा सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले.
प्रयागराज महाकुंभ 2025 : भाजपा के कुशासन मॉडल का विशेष समाचार बुलेटिन
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 26, 2024
दिनांक: 26 दिसंबर, 2024
संवाददाता: पीडीए पत्रकार
समाचार:
22 में से केवल यातायात लायक केवल 9 पांटून पुल, बाक़ी नौ दो ग्यारह
मतलब साल भर की क़वायद के बाद 22 में से केवल 9 पांटून ब्रिज यातायात योग्य बन पाये… pic.twitter.com/jV0Tjc86Ur
महाकुंभ की तैयारियों पर उठाए सवाल
सपा अध्यक्ष लगातार महाकुंभ को लेकर योगी सरकार को आड़े हाथों ले रहे हैं. इससे पहले भी उन्होंने बिजली के खंभों पर तार नहीं होने को लेकर सवाल उठाए थे और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में बिना तार के खंभे है. उन्होंने कहा कि समाजवादियों ने तो ‘पहले ही एक गाने में कहा था ‘बिन बिजली के खड़ा है खंभा’ भाजपा राज में ये कोई गाना-अफ़साना नहीं बल्कि शत-प्रतिशत सत्य है.
सपा सांसद ने आगे एक और पोस्ट में कहा कि 'वैसे खंभों पर तार ‘बिछाया’ नहीं ‘लगाया’ जाता है… और वो भी समय रहते, जिससे सभी सिक्योरिटी चेक अप के लिए पर्याप्त समय मिल सके. अच्छा हुआ शासन-प्रशासन के संज्ञान में ये मुद्दा आया, यही हमारा उद्देश्य था, जो पूर्ण हुआ. आशा है अब कछुए की चाल की जगह मेले की तैयारी सही गति पकड़ पाएगी. हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और मेले के आयोजन की कमियों की ओर निरंतर आपका ध्यान खींचते रहेंगे.
बता दें कि इस बार योगी सरकार ने महाकुंभ के ऐतिहासिक आयोजन का ऐलान किया है. जिसके लिए प्रशासन की ओर कई तरह की तैयारियों के दावे किए जा रहा है. इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है ऐसे में एक साल से काम किया जा रहा है.