Mahakumbh 2025: प्रयागराज में दिखेगी भारतीय संस्कृति की अद्भुत झलक, पौराणिक मूर्तियां बनेंगी आकर्षण का केंद्र
Mahakumbh 2025 in Prayagraj: 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ मेले में इस बार देश विदेश से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने उम्मीद है. श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए योगी सरकार ने खास इंतजाम किए हैं.
Prayagraj News Today: महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार प्रयागराज की धरती पर कदम रखते ही आदिकालीन भारतीय संस्कृति की दिव्यता और अलौकिकता का दर्शन हो रहा है. श्रद्धालुओं के स्वागत में स्वयं अर्जुन, गरुड़, नंदी, ऐरावत और मां गंगा के साथ ही श्रवण कुमार भी चौराहों और प्रमुख स्थलों पर मौजूद हैं.
अलग-अलग चौराहों पर लगाई गई पौराणिक महत्व की ये 26 नक्काशीदार मूर्तियां महाकुंभ में आने वाले देशी विदेशी श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनने जा रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इनमें से कुछ मूर्तियों को स्थापित किया जा चुका है, जबकि बाकी का काम चल रहा है.
ये प्रतिमाएं होंगी आकर्षण
महाकुंभ को दिव्य, नव्य और भव्य बनाने के तहत पौराणिक भारतीय संस्कृति के महत्व की नक्काशीदार मूर्तियां शहर के प्रमुख चौराहों पर सजाई जा रही हैं. इनमें से अर्जुन, गरुड़, नंदी, गदा के अलावा मां गंगा सहित तमाम ऐसी मूर्तियां हैं, जो श्रद्धालुओं के बीच खास आकर्षण का केंद्र रहेंगी.
एसडीएम मेला अभिनव पाठक के मुताबिक, मूर्तियों को स्थापित किए जाने का काम एक हफ्ते में पूरा कर लिया जाएगा. इसके तहत डीपीएस चौराहे पर अर्जुन की मूर्ति, एयरपोर्ट चौराहे पर नंदी की प्रतिमा और हर्षवर्धन चौराहे पर आरती करती हुई मां गंगा नाव में सवार दिखेंगी. इसके अलावा फाफामऊ में गदा का प्रदर्शन किया गया है.
समुद्र मंथन का घोड़ा भी महाकुंभ में विशेष आकर्षण बनने जा रहा है. भारत के महान सम्राट समुद्रगुप्त की प्रतिमा विशेष रूप से श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करेगी. इसके अलावा नैनी चौकी चौराहे पर श्रवण कुमार के साथ ही मेजर ध्यान चंद, ऐरावत की प्रतिमा भी संवारी जा रही है. इसी तरह अलोपी बाग चौराहे के पास मुनि स्नान की मूर्ति देखकर श्रद्धालु आनंदित और भाव विभोर होंगे.
ट्रैफिक मैनेजमेंट के खास प्लान
महाकुंभ में इस बार करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने की उम्मीद जताई जा रही है. इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए, इसके लिए बाकायदा वैज्ञानिक ढंग से ट्रैफिक मैनेजमेंट का अध्ययन किया जा रहा है.
महाकुंभ की तैयारी को लेकर तीर्थराज प्रयाग के ब्यूटीफिकेशन का काम भी तेज रफ्तार से चल रहा है. यहां सांस्कृतिक और पर्यावरणीय विविधता दिखाने के लिए पूरा इंतजाम किया जा रहा है. चौराहों पर जो भी डिजाइन तैयार किया जा रहे हैं, उनमें हॉर्टिकल्चर एनवायरमेंट के मद्देनजर ग्रीन बेल्ट भी तैयार किए जा रहे हैं.
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