(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mahakumbh 2025: संगम नगरी में 45 दिनों तक महाकुंभ का आयोजन, शाही स्नान का भी हुआ ऐलान, जान लें तारीखें
Prayagraj News: कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि अब तक ढाई हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं की स्वीकृति मिली है. उन्होंने बताया कई योजनाओं पर काम भी शुरू कर दिया गया है.
UP News: संगम नगरी में साधु- संतों के साथ महाकुंभ की तैयारियों पर आयोजित बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद महाकुंभ की तारीखों (Mahakumbh 2025 Date) का ऐलान किया गया. 2025 में कुल 45 दिनों तक महाकुंभ का आयोजन होगा. महाकुंभ का महास्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के साथ शुरू होगा. पहला शाही स्नान 14-15 जनवरी को मकर संक्रांति पर होगा. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर दूसरा शाही स्नान होगा. 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर तीसरा और आखिरी शाही स्नान होगा.
महाकुंभ 2025 की तारीखों का हुआ ऐलान
12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर स्नान पर्व के साथ कल्पवास का समापन होगा. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर स्नान पर्व के साथ कुंभ मेले का समापन हो जाएगा. महाकुंभ में 7 प्रमुख स्नान पर्व होंगे. इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाद में महाकुंभ की तारीखों का औपचारिक ऐलान करेंगे. महाकुंभ से जुड़े अफसरों ने साधु संतों का स्नान पर्वों की तारीखों पर मुहर लगा दी है.
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि अब तक ढाई हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं की स्वीकृति मिली है. उन्होंने बताया कई योजनाओं पर काम भी शुरू कर दिया गया है. अक्टूबर 2024 तक सभी निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. हाकुंभ की थीम और लोगो को फाइनल नहीं किया गया है. मंथन के बाद शासन की तरफ से अंतिम मुहर लगेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ 2025 की थीम और लोगो का जल्द ऐलान करेंगे.
संतों के सामने तैयारियों का प्रजेंटेशन पेश
अफसरों ने संतों के सामने महाकुंभ की तैयारियों का प्रजेंटेशन भी पेश किया. बता दें कि अखाड़ा परिषद के दो फाड़ होने की वजह से अखाड़ों को अलग बुलाया गया था. सभी तेरह अखाड़ों से दो दो प्रतिनिधि महाकुंभ की तैयारियों पर आयोजित बैठक में शामिल हुए थे. महाकुंभ के आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने पर साधु संतों का सुझाव भी लिया गया. कमिश्नर प्रयागराज विजय विश्वास पंत और महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद बैठक में शामिल रहे. महाकुंभ मेले की रूपरेखा तैयार करने के लिए कमिश्नर ऑफिस में बैठक बुलाई गई थी.