MahaKumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025 आयोजन के पहले ही क्षेत्र में गैर हिंदुओं के दुकान लगाने और प्रवेश संबंधित विषयों को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. इसी बीच अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि 12 वर्ष में आयोजित होने वाला महाकुंभ सनातनियों का सबसे बड़ा पर्व है. इसकी पवित्रता और सांस्कृतिक मूल्यों से कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए. इसी को ध्यान में रखते हुए महाकुंभ के क्षेत्र में किसी भी गैर हिंदू को दुकान लगाने की अनुमति नहीं प्रदान की जानी चाहिए.

इतना ही नहीं अखिल भारतीय संत समिति का स्पष्ट कहना है कि कुंभ के 50 किलोमीटर परिक्षेत्र में किसी भी नए दुकानदार को दुकान लगाने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए. इसके अलावा समिति के तरफ से यह भी कहा कि न सिर्फ मुस्लिम दुकानदार बल्कि हिंदू व्यापारियों को भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट के साथ कुंभ क्षेत्र में दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.वहीं उत्तर प्रदेश सरकार से भी अपील करते हुए कहा कि महाकुंभ के पवित्रता और सांस्कृतिक मूल्यों को शास्त्रों के अनुकूल ही बनाए रखने की हम अपेक्षा करते हैं.

कम खर्चों में भी आयोजित हो सकता है महाकुंभ
वाराणसी पहुंचे नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने कुंभ आयोजन को लेकर सरकार पर अतिरिक्त खर्च करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 41 अरब रुपए नहाने के नाम पर सरकार खर्च करने जा रही है. जबकि गरीबों के खाने की चिंता इन्हें नहीं है.इस महापर्व का कहीं से भी विरोध नहीं है, लेकिन आम लोगों का नाजायज पैसा खर्च हो रहा है. इसमें बहुत बड़ा घपला बाजी है.


महाकुंभ में आएंगे 40 करोड़ श्रद्धालु
महाकुंभ 2025 का सफल आयोजन सीएम योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकताओं में से एक है. ऐसे में यूपी सरकार इस आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. महाकुंभ मेले में लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है, जो कि पिछले कुंभ मेले की तुलना में ढेड़ से दो गुना है. 


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