अवध ओझा ने केजरीवाल को बताया भगवान कृष्ण का अवतार, महाकुंभ में आए संत भड़के, दी चेतावनी
संतों ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए हुए व्यक्ति को भगवान कृष्ण का अवतार बताना सनातन धर्म का अपमान है. साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी नाराजगी जताई है.
UP News: शिक्षाविद और आम आदमी पार्टी के नेता अवध ओझा द्वारा दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को भगवान कृष्ण का अवतार बताए जाने का विवाद अब संगम नगरी प्रयागराज के महाकुंभ तक पहुंच गया है. प्रयागराज के महाकुंभ में मौजूद संत महात्माओं ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया जताई है. अवध ओझा के साथ ही अरविंद केजरीवाल से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे जाने और कुंभ की धरती पर आकर प्रायश्चित करने को कहा है.
संतों ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए हुए व्यक्ति को भगवान कृष्ण का अवतार बताना सीधे तौर पर सनातन धर्म का अपमान है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ पुरजोर तरीके से आवाज उठाई जाएगी. प्रयागराज महाकुंभ में मौजूद संतों के मुताबिक अगर अरविंद केजरीवाल और अवध ओझा ने इसे लेकर सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगी और प्रायश्चित नहीं किया तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. साधु संत ऐसे ओछे बयान देने वालों को हराने का काम करेंगे.
कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे- ब्रह्म स्वरूप
अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के पवक्ता ब्रह्म स्वरूप महाराज के मुताबिक इस तरह की बयानबाजी पूरी तरह से सनातन धर्म के खिलाफ है. यह चाटुकारिता की पराकाष्ठा है और सनातन धर्म की भावनाओं पर कुठाराघात करने का कदम है. संत महात्माओं हमने इस पर गहरी नाराजगी जताई है और कहा है कि राजनीति चमकाने के लिए धर्म को हथकंडा बनाने की ऐसी कोशिशों को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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इस मामले में साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी नाराजगी जताई है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है कि इस तरह की बातों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पुरजोर तरीके से आवाज उठाई जाएगी. तमाम दूसरे संतों ने भी इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया जताई है. बता दें कि अगले साल दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाला है.