Mahakumbh Stampede Highlights: महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए बन रहे खाने में पुलिस ने डाली मिट्टी? अखिलेश यादव ने शेयर किया वीडियो
Mahakumbh Stampede News Highlights: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दूसरे दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है. सभी रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ से पटे हुए हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए बन रहे खाने में मिट्टी डाल दी गई. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा- ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग महाकुंभ में फँसे लोगों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर रहे है उनके सद्प्रयासों के ऊपर राजनीतिक विद्वेषवश मिट्टी डाल दी जा रही है। जनता संज्ञान ले!
सपा सांसद ने कहा है कि इकरा हसन वहां की व्यवस्था अच्छी नहीं थी. सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. जो व्यवस्था खराब हुई है इसमें वीआईपी कल्चर का भी दोष है
प्रयागराज में भगदड़ की घटना पर डिंपल यादव ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है. हमारी संवेदनाएं उन प्रभावित परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि जो लोग अस्पताल में हैं वे जल्द स्वस्थ हों. हम सरकार से मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग करते हैं और मांग करते हैं सभी शवों को परिवारों को सौंपा जाए."
महाकुम्भ हादसे की जांच के लिए गठित आयोग ने आज से शुरू किया काम. लखनऊ स्थित जनपाथ सचिवालय बिल्डिंग में कार्यालय में आज आयोग ने कार्यभार सम्हाला. पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व आईएएस डीके सिंह,पूर्व IPS वीके गुप्ता ने मीडिया के सामने की बातचीत. कल प्रयागराज जाएगा आयोग. सभी बिंदुओं पर करेगा जांच. एक माह में रिपोर्ट सौंपने की तैयारी.
प्रयागराज महाकुंभ में आज फिर से लगी आग .सेक्टर 22 में लगी भीषण आग . झूसी इलाके के छतनांग घाट के पास स्थित नागेश्वर पंडाल में लगी आग .आग में कई टेंट जलकर हुए राख.राहत की बात यह है कि आज में कोई जनहानि नहीं हुई .पंडाल में मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं .दोपहर करीब पौने दो बजे लगी थी आग.आग से लाखों रुपए का हुआ है नुकसान .फायर ब्रिगेड की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया .कुछ ही मिनटों में फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया
उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने महाकुंभ जाकर घटना स्थल का निरीक्षण किया.
परमार्थ निकेतन के चितानंद स्वामी ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट में योगी आदित्यनाथ जी से अच्छा कोई नहीं है. उन्होंने तुरंग अपने दो बड़े अधिकारियों को भेजा है. योगी जी रात दिन एक किए हुए हैं. दो एक गलतियों के कारण हादसा हुआ है. प्रशासन के साथ मिलकर हमें इसको सफल बनाना है.
अखिलेश यादव ने कहा कि कुंभ की घटना दुखद थी सरकार ने इतंजाम नहीं किया था. 25 लाख की मदद कम है और मदद करना चाहिये. जो लोग लापता है सरकार उनकी सूची जारी करें. VIP लोगों की जान नहीं गयी. जो घटना हुयी उसमें सरकार की जिम्मेदारी है. हम पीड़ित से मिलने नहीं जायेगें.
अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में लापता लोगों की सूची सरकार जारी करे. मीडिया को भी सरकार को जगाना चाहिए था. सिर्फ ये कहना कि वीआईपी की वजह से दुर्घटना हुई ये दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार खुद कार्ड बांट रही थी, जबकि कभी भी कार्ड नहीं दिया जाता है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर कहा कि महाकुंभ में जिन लोगों के अपने बिछड़ गये हैं, सूचना के अभाव में उनके अंदर ये आशंका जन्म ले रही है कि कहीं उन्होंने अपने परिवार, परिजनों को हमेशा के लिए तो नहीं खो दिया है. इस आशंका को दूर करने के लिए एक सरल उपाय ये है कि सरकार महाकुंभ हादसे में जीवन गँवानेवालों की सूची जारी कर दे. यदि मृतक चिन्हित नहीं हैं तो उनके वस्त्र-चित्रादि माध्यम से पहचान करायी जाए.
महाकुंभ में हुई भगदड़ पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि भगदड़ की घटना ने सरकारी इंतजामों की पोल खोल दी है. उन्हें व्यापक तैयारी करके रखनी चाहिए थी. घटना यह बताती है कि तैयारी पूरी नहीं थी और लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया गया.
महाकुंभ के DIG वैभव कृष्ण ने कहा, "हम बसंत पंचमी के मुख्य स्नान पर्व की तैयारी कर रहे हैं. ड्यूटी को और मजबूत किया जा रहा है. पहले के निर्देशों के क्रम में जैसे 29 तारीख को VIP मूवमेंट की अनुमति नहीं थी, वैसे ही 3 तारीख को भी नहीं होगी. जगह-जगह ड्यूटी प्वाइंट बनाए गए हैं. भीड़ को प्रबंधित किया जा रहा है."
उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव आज प्रयागराज पहुंचे गए हैं. दोनों अधिकारी घटनास्थल पर जा सकते हैं और हॉस्पिटल भी जाएंगे. बताया जाता है कि कल की घटना पर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे और वो रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यनाथ को देंगे.
अमेठी से तीर्थराज प्रयाग के लिए महाकुंभ के शाही स्नान मौनी अमावस्या के एक दिन बाद भी आवागमन में समस्या आ रही है. प्रयागराज जाने वाले वाहनों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है. अयोध्या प्रयागराज नेशनल हाईवे पर स्थित अमेठी जनपद के रामगंज थाना क्षेत्र पर भीषण जाम है.
महाकुंभ में हुए हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव प्रयागराज आ रहे हैं. दोनों थोड़ी देर में प्रयागराज पहुंचेंगे. यहां दोनों अधिकारी घटनास्थल पर जा सकते हैं.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले में मची भगदड़ में मारे गए चार श्रद्धालुओं के शव गुरुवार की शाम को दिल्ली से बेलगावी लाए जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान ज्योति दीपक हटरवाथ (44), उनकी बेटी मेघा दीपक हटरवाथ (24), अरुण खोपर्डे (61) और महादेवी हेमंत भावनुर (48) के रूप में की गई है.
मौनी अमावस्या के दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं का जत्था बड़ी संख्या में संगम की तरफ बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. पुलिस स्टेशन की तरफ से वनवे की बात कही जा रही है. लेकिन लोग दोनों तरफ से आते जाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
महाकुंभ में साधू सन्यासियों की अलग-अलग परंपराएं तो देखने को मिल ही रही हैं. वहीं जो लोग भी महाकुंभ में पहुंच रहे हैं उनकी भी अलग-अलग परंपराएं देखने को मिल रहे हैं. बिहार से आए हुए कुछ लोगों की बोझी परंपरा है जिसमें वह अपने घर से कांवड़ लेकर निकलते हैं. उसे कुछ दूरी पर रखकर फिर पूरे रास्ते बिना किसी के हाथ का कुछ खाए, अपना खुद का खाते-पीते और बनाते खाते हुए संगम पहुंचते हैं. संगम पर केशदान करते हैं फिर यहीं से स्नान कर संगम का जल लेकर अपने घरों को वापस जाते हैं, वहां कावड़ लेकर वह महादेव पर जाकर जल अर्पित करते हैं और अपनी पूजा पूरी करते हैं.
फेफना थाना क्षेत्र के नसीराबाद के रहने वाले दिलीप पटेल ने बताया कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में भाभी और भतीजी की मौत हो गई है. वे मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में अमृत स्नान करने गई थीं. मेरी भतीजी 12 साल की थी और मेरी भाभी 35 साल की थीं. अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम पूरा हो गया है. बताया गया है कि दो घंटे में एंबुलेंस शव लेकर घर पहुंचेगा.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार को मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में बलिया के चार लोगों की मौत हो गई. फेफना थाना क्षेत्र के नसीराबाद में एक ही परिवार की दो सदस्यों (मां-बेटी) की मौत हो गई. इनकी पहचान रीना देवी (35) और रौशन (12) के तौर पर हुई है, जबकि दो मृतकों की पहचान नगरा थाना क्षेत्र के निवासी के तौर पर हुई है.
प्रयागराज महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या के दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है. संगम जाने वाले सभी रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ से पटे हुए हैं. रास्तों पर इतनी भीड़ है कि तिल रखने तक की जगह नहीं है. श्रद्धालुओं के जत्थे हर हर महादेव और जय श्री राम के जयकारे लगाते हुए लगातार संगम की तरफ बढ़ते जा रहे हैं.
प्रयागराज में हुई भगदड़ के मद्देनजर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मुख्य सचिव और रीवा संभाग के कमिश्नर से बात की. उन्हें महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर उचित और समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
पुलिस अधीक्षक (यातायात) अंशुमान मिश्रा ने बताया कि इसके साथ ही जब तक भीड़ मेला क्षेत्र से बाहर नहीं निकल जाती, बाहर की गाड़ियों को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, हालांकि उच्च स्तर पर अधिकारी स्थिति को देखकर वाहनों के प्रवेश की अनुमति दे सकते हैं. पुलिस प्रशासन, एंबुलेंस, ‘सक्शन’ मशीन की गाड़ी आदि के प्रवेश को बनाए रखा जाएगा क्योंकि इनके बिना मेले का सुचारू संचालन नहीं हो सकेगा.
महाकुंभ क्षेत्र में भगदड़ की घटना के एक दिन बाद प्रदेश सरकार ने भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास और तेज कर दिए. इस बीच, गुरुवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का मेला क्षेत्र में आना जारी है. बुधवार तड़के हुई भगदड़ की घटना का यहां आ रहे श्रद्धालुओं पर कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा. इस बीच, पुलिस अधीक्षक (यातायात) अंशुमान मिश्रा ने बताया कि मेले में भीड़ कम होने तक वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी.
मौनी अमावस्या के अगले दिन यानी 30 जनवरी की सुबह 8 बजे तक महाकुंभ में 55 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है. इनमें 10 लाख कल्पवासी भी शामिल हैं. वहीं 29 जनवरी तक कुल 27.58 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया है.
प्रयागराज महाकुंभ हादसे में गोरखपुर के चार लोगों की मौत की हुई है. हालांकि जिला प्रशासन ने अभी तक नहीं की मौत की पुष्टि. गोरखपुर के खजनी क्षेत्र के उनवल के रहने वाले पन्ने निषाद (58 वर्ष), नगीना देवी (61 वर्ष), कैंपियरगंज क्षेत्र के वशिष्ठ मुनि पांडे (60 वर्ष) और झंगहा क्षेत्र के प्रभु नाथ गुप्ता (59 वर्ष) की महाकुंभ हादसे में मौत हुई है.
महाकुंभ आने वाले लाखों श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं. चित्रकूट और मिर्जापुर में भी बड़ी संख्या में लोगों का आगमन हो रहा है. अगले दो दिनों में और अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है. इसको देखते हुए तीनों प्रमुख नगरों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि एडीजीपी और जिलाधिकारी प्रयागराज यह सुनिश्चित करें कि एक-एक श्रद्धालु सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचें. यह सुनिश्चित करना यह हमारी जिम्मेदारी है. इसके लिए रेलवे से संपर्क-समन्वय बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन सुनिश्चित कराया जाए और परिवहन निगम की अतिरिक्त बस भी संचालित की जाएं.
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि प्रयागराज में हुए भगदड़ और हादसे में मारे गए लोगों की मौत की जिम्मेदार भाजपा योगी सरकार एवं इनका प्रशासन है. पुलिस ने आधी रात जबरन भीड़ में भगदड़ की अफवाह फैलाई और जबरन लोगों पर रात में लाठीचार्ज किया. प्रत्यक्षदर्शी महिला का कहना है कि पुलिस लाठी चला रही थी और जबरन लोगों को धकिया रही थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ और लोग मारे गए हैं.
महाकुंभ मेले में भगदड़ जैसी घटना के बाद ही पूरे दिन श्रद्धालुओं का हुजूम गंगा और संगम तट पर आता रहा. मेला प्रशासन के मुताबिक, बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर शाम आठ बजे तक 7.64 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई. मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर शाम आठ बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासियों समेत कुल 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया.
प्रयागराज में घना कोहरा छाया हुआ है. तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है और हल्की हवाएं भी चल रही हैं. हालांकि 9 बजे तक मौसम साफ होने की संभावना है. सुबह 9 बजे के बाद तेज धूप होने की बात मौसम अपडेट में कही गई है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना के कारणों का पता लगाने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार प्रयागराज जाने का निर्देश दिया है. दोनों ही अधिकारी अपनी रिपोर्ट सीएम को सौंपेंगे. इसके लिए ये दोनों ही अधिकारी आज प्रयागराज आएंगे और घटना की मुख्य वजह तक पहुंचने की कोशिश करेंगे.
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के महापर्व के अवसर पर 24 घंटे में प्रयागराज के सभी स्टेशनों से रिकार्ड 222 विशेष गाड़ियों का परिचालन किया गया है. इसमें प्रयागराज जंक्शन से 104, प्रयागराज छिवकी से 23, नैनी से 17, सूबेदारगंज से 13, प्रयाग से 23, फाफामऊ से 5, प्रयागराज रामबाग से 9 और झूसी से 28 गाड़ियों का परिचालन किया गया.
अखिलेश यादव ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि हम उप्र की दयालु जनता व स्वयंसेवी संस्थाओं से आग्रह करते हैं कि वो अपने गांव-बस्ती-शहर में जाम में फँसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें. सरकार को इस तरह के बड़े प्रबंधन के लिए स्वयं तैयार रहना चाहिए था लेकिन न तो सरकार अब ऐसा कर सकती है और न ही उनकी तरफ से ऐसा करने की कोई संभावना दिख रही है. ऐसे गंभीर हालातों में श्रद्धालुओं की सेवा करना भी महाकुंभ के पुण्य से कम नहीं है. हम सबको अपनी-अपनी सामर्थ्य और क्षमता के अनुरूप आगे आकर जन-सेवा के इस महायज्ञ मे शांतिपूर्वक अनाम सहयोग करना चाहिए.
2019 में प्रयागराज में बतौर मंडलायुक्त सेवा दे चुके आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी को तैनात किया है. इसके अलावा विशेष सचिव स्तर के 5 अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है. यह सभी 12 फरवरी तक प्रयागराज में उपस्थित रहकर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में सहयोग देंगे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति है. यह वो श्रद्धालु हैं जो अब स्नान करके अपने घर लौट रहे हैं. एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज यह सुनिश्चित कराएं कि एक-एक श्रद्धालु सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाए. यह हमारी जिम्मेदारी है.
मौनी अमावस्या के मौके पर बुधवार को प्रयागराज महाकुम्भ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, अयोध्या मीरजापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर आदि जनपदों/ज़ोन/रेंज में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज से अपडेट जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ मेला क्षेत्र में लगातार सतर्कता-सावधानी बनाये रखने के निर्देश दिए.
महाकुंभ हादसे पर जमात ए इस्लामी हिंद का बयान सामने आया है. जमात ने कहा कि केंद्र और यूपी सरकार जिम्मेदारी लेते हुए अव्यस्था दूर करनी चाहिए. आम श्रद्धालुओं का जीवन भी वीआईपी मेहमानों की तरह सुरक्षा का हकदार है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि महाकुम्भ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज से बाहर जाने के मार्ग पर ट्रैफिक रुकना नहीं चाहिए. एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है. मुख्यमंत्री योगी ने ये भी कहा कि प्रयागराज के सभी स्टेशनों पर भीड़ इकट्ठा न हो, अधिकाधिक मेला स्पेशल ट्रेन और परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें चलाई जाएं.
महाकुंभ मेले में विभिन्न अखाड़ों का मौनी अमावस्या पर्व पर अमृत स्नान बुधवार शाम तक संपन्न हो गया. मंगलवार देर रात संगम क्षेत्र के पास भगदड़ की घटना के कारण अखाड़ों का अमृत स्नान सुबह टल गया था और भीड़ नियंत्रित होने के बाद दोपहर में फिर से शुरू हुआ था. परंपरा के मुताबिक, सन्यासी अखाड़ों ने सबसे पहले अमृत स्नान किया, जिसमें महानिर्वाणी, अटल, निरंजनी, आनंद, जूना, आवाहन और पंच अग्नि अखाड़ों के साधु संत शामिल हैं.
मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं के स्नान का क्रम लगातार जारी है. रात 8 बजे तक 7 करोड़ 64 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. 10 लाख कल्पवासियों और 7 करोड़ 54 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई. महाकुंभ में 29 जनवरी तक 27 करोड़ 58 लाख श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं.
महाकुंभ भगदड़ घटना पर AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा, " महाकुंभ में हम सनातनी हिंदुओं के लिए आस्था और श्रद्धा का सबसे बड़ा महापर्व 144 साल बाद मनाया जा रहा है. लेकिन आज वहां जो सुबह-सुबह दुर्घटना घटी जहां जानकारी मिल रही है कि भगदड़ मचने से 30 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. मुझे लगता है इससे ज्यादा दुखद खबर कोई नहीं हो सकती थी, मुझे लगता है पूरा देश का दिल दहल गया है. मैं महादेव से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और उनकी आत्माओं को शांति दें और जो लोग घायल हुए हैं वो जल्द से जल्द ठीक हो और सरकार ने जो व्यवस्थाएं की हैं उन पर एक बार फिर से समीक्षा करें और उसमें सुधार करें ताकि ऐसी कोई घटना दोबारा न हो."
मेला प्रशासन ने बताया कि आज (29 जनवरी) का अमृत स्नान सकुशल संपन्न कराया गया. आज मौनी अमावस्या पर शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा. आगे भी जो मुख्य स्नान पर्व हैं उसमें कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा. मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा है कि अब प्राथमिकता है जो लोग महाकुम्भ मेले में आए हैं, उन्हें स्नान कराकर वापस भेजा जाए.
महाकुंभ भगदड़ पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "यूपी सरकार कुंभ को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. मैं दिवंगत श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि देता हूं. असम के एक श्रद्धालु की भी मौत हो गई. हम उनके शव को वापस लाने के लिए यूपी सरकार से बात कर रहे हैं."
महाकुंभ प्रशासन की तरफ से जारी मौत के आंकड़ों को समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल ने झूठा होने का आरोप लगाया है. एक्स पर पोस्ट में पार्टी की मीडिया सेल ने लिखा, "लाशों का अंबार लगा हुआ है ,योगी/भाजपा सरकार ने 30 मौतों का जो आंकड़ा दिया है वो सरासर झूठा है. मौतें बहुत बहुत बहुत अधिक हुई हैं ,अकल्पनीय हैं ,अनगिनत हैं ,लेकिन सही आंकड़ा योगी के इशारे पर प्रशासन जारी नहीं कर रहा जबकि लगातार मोर्चरी में लाशों का ढेर/लाइन है. सीएम योगी क्या छिपा रहे हैं और क्यों ये जनता को बताएं."
सीएम योगी ने ऐलान किया कि मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि ये हादसा हमारे लिए सबक है.
सीएम योगी ने कहा कि इस घटना की न्यायिक जांच होगी. तीन सदस्यों की कमेटी जांच करेगी. न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ट आईएएस डीके सिंह तीन सदस्यों वाली ज्यूडिशियल कमीशन को गठित किया जा रहा है.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ महाकुंभ में भगदड़ की घटना का जिक्र करते हुए भावुक हो गए. उन्होंने कहा, "कल शाम सात बजे से ही बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंच रहे थे और स्नान भी कर रहे थे. काफी लोग ब्रह्म मुहूर्त का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया. 90 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से या सामान्य रूप से घायल हो गए. बैरिकेड्स के टूटने और कूदकर जाने की वजह से हुआ है. तीस लोगों की दुखद मृत्यु हुई है. 36 घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है. घटना दुखद है. उन सभी परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है. हम लोग रात्रि से ही प्रशासन के संपर्क में है. " इन सब मुद्दों पर प्रश्न उठना स्वभाविक है. उपचार के सारे इंतजाम किए गए हैं.
मेला प्रशासन ने बताया कि रात 1-2 बजे के बीच भगदड़ मच गई. अभी तक पांच शवों की पहचान नहीं हो पाई है. डीआईजी महाकुंभ ने बताया कि ब्रह्म मुहूर्त से पहले मेला क्षेत्र में अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना. इसके कारण दूसरी ओर के बैरिकेड्स टूट गए. भीड़ ने बैरिकेड्स फांदकर दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त के स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलना शुरू कर दिया.
भगदड़ में मरने वालों में मरने वालो में कर्नाटक के चार, असम और गुजरात के एक-एक लोग शामिल हैं. मेला अधिकारी ने बताया कि भगदड़ के बाद प्रशासन ने तुरंत बचाव अभियान चलाया और एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया.
प्रशासन ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है. इस पर लोग अपनों के बारे में जानकारी पा सकते हैं.
करीब 16 घंटे बाद प्रशासन ने मौत का आधिकारिक आंकड़ा जारी किया. महाकुंभ के डीआईजी ने कहा कि कुछ घायलों को उनके परिजन ले गए. भारी भीड़ की वजह से बैरिकेड्स टूट गए.
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा कि भगदड़ में तीस लोगों की मौत हुई है. 25 मृतकों की पहचान हुई है. कुल 60 श्रद्धालु भगदड़ में घायल हुए.
महाकुंभ में हुए हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में होने वाली आज और कल की सभाओं को रद्द कर दिया है. सीएम कल प्रयागराज जा सकते हैं.
उत्तर मध्य रेलवे CPRO शशिकांत त्रिपाठी ने कहा, "मौनी अमावस्या का पावन पर्व है, स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु रेलवे परिसर की ओर आ रहे हैं. अब धीरे-धीरे भीड़ रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही है. हमने दोपहर 12 बजे तक लगभग 50 उत्तर मध्य रेलवे, 13 उत्तर रेलवे और 20 पूर्वोत्तर रेलवे के माध्यम से कुल 80 से अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन किया है. रेलवे प्रशासन ने आज 190 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है ताकि लोगों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े."
अखिलेश यादव ने लिखा कि हम उप्र की दयालु जनता व स्वयंसेवी संस्थाओं से हम आग्रह करते हैं कि वो अपने गाँव-बस्ती-शहर में जाम में फँसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें. सरकार को इस तरह के बड़े प्रबंधन के लिए स्वयं तैयार रहना चाहिए था लेकिन न तो सरकार अब ऐसा कर सकती है और न ही उनकी तरफ़ से ऐसा करने की कोई संभावना दिख रहा है. ऐसे गंभीर हालातों में श्रद्धालुओं की सेवा करना भी महाकुंभ के पुण्य से कम नहीं है. हम सबको अपनी-अपनी सामर्थ्य और क्षमता के अनुरूप आगे आकर जन-सेवा के इस महायज्ञ मे शांतिपूर्वक अनाम सहयोग करना चाहिए.
मेला क्षेत्र की भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हो गए. घायलों का डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जा रहा है. राजनीतिक दिग्गज से लेकर संत महात्मा तक लोगों को धैर्य रखने की सलाह दे रहे हैं. अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील की.महंत राजू दास ने कहा, यह जो घटना हुई है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. हम अपील करना चाहते हैं कि जिस भी श्रद्धालु को जहां पर जगह मिल रही है, वहां पर जाकर स्नान करे. इसके साथ ही साथ अफवाह पर ध्यान न दें. उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि स्नान करने के बाद घर लौट जाएं. भव्य कुंभ में सब कुछ ठीक है, सब कुछ नियंत्रण में है.
अमेठी से कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने लिखा है कि महाकुंभ में त्रिवेणी संगम पर मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति दें. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह है कि घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और दिवंगत श्रद्धालुओं के पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक उनके परिजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए. इसके साथ ही, भविष्य में किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को और अधिक प्रभावी बनाया जाए, ताकि सभी श्रद्धालु निर्भय होकर स्नान और दर्शन कर सकें. ईश्वर सभी की रक्षा करें.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- महाकुंभ मेला क्षेत्र; प्रयागराज के नगरीय क्षेत्र; जन परिवहन के केंद्रों; प्रयागराज शहर की सीमाओं व विभिन्न शहरों में प्रयागराज की ओर जानेवाले मार्गों को बंद करने से करोड़ों लोग सड़कों पर फँस गये हैं. लाखों वाहनों में करोड़ों लोग दसों किलोमीटर लंबे जाम में फँसे पड़े हैं. सरकार को इसे सामान्य बचाव के स्थान पर शासनिक-प्रशासनिक लापरवाही से जन्मी आपदा मानकर तुरंत सक्रिय हो जाना चाहिए. सूर्यास्त से पहले ही श्रद्धालुओं तक भोजन-पानी की राहत पहुँचनी चाहिए और उनमें ये भरोसा जगाना चाहिए कि सबको सकुशल अपने गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार और केंद्रीय सरकार के द्वारा की जाएगी. जो लापता हैं उन्हें ढूँढकर उनके घरों तक सही सलामत पहुँचाया जाएगा. मृतकों के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए समस्त समारोह, उत्सवधर्मिता व स्वागत कार्यक्रम रद्द कर देने चाहिए.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में पधारे श्रृद्धालुओं से भाकियू आग्रह करती है, कि संगम के अलावा भी जो अन्य स्नान घाट हैं. आप अपने नजदीकी स्नान घाट पर स्नान कर, स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देश के अनुरूप अपने गंतव्य के लिए धीरे-धीरे प्रस्थान करें. महाकुंभ राजनीति का नहीं, अपार श्रद्धा का दिव्य महोत्सव है, एक दूसरे का सहयोग करें !
सपा सांसद प्रिया सरोज ने भगदड़ पर लिखा- सभी श्रद्धालुओं से निवेदन है कि कृपया महाकुंभ पर्व में पवित्र संगम स्नान करने के लिए जल्दबाजी न करें. महाकुंभ स्नान 26 फरवरी तक चलेगा और अभी 2 अमृत स्नान और आने वाले हैं, इसलिए धैर्य बनाए रखें.
सांसद ने लिखा- किसी भी तरह की अफवाहों से बचकर रहें और जो भी श्रद्धालु जाएं, वे अपना और अपने परिजनों का ध्यान रखें. यदि रुकने/शयन करने लायक सुरक्षित जगह नहीं मिलती, तो कृपया संगम स्थल से दूर कहीं अपने शयन का इंतजाम करें. अफवाहों से बचें और सरकार पर पूरी तरह से निर्भर न रहें अपना ध्यान स्वयं रखें.
मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार दोपहर 12 बजे तक 10 लाख कल्पवासियों समेत 4.24 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई. मेला शुरू होने से अब तक 19.94 करोड़ श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं.
प्रयागराज में महाकुंभ मेले में मंगलवार की देर रात हुई भगदड़ की एक बड़ी वजह 144 वर्ष का संयोग है जिसका सरकार के साथ ही साधु महात्माओं ने भी बखान किया था और लोग इसी शुभ मुहूर्त में संगम स्नान के लिए घाट पर बैठे एवं लेटे रहे तभी अवरोधक तोड़कर आई बेकाबू भीड़ ने उन्हें कुचल दिया.
मौनी अमावस्या पर जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा, ".हमने सोचा कि हमारी वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसलिए हमने स्नान स्थगित कर दिया. अब स्थिति नियंत्रण में है, इसलिए हम स्नान करने आए हैं. सभी अखाड़े एक साथ स्नान करने जा रहे हैं. मेरा संदेश है कि भारत को एकजुट रहना चाहिए और हमें जातियों के आधार पर नहीं बंटना चाहिए.हम हिंदू हैं, हम सनातनी हैं."
भगदड़ पर उद्योगपति गौतम अडाणी ने टिप्पणी की है. सोशल मीडिया साइट पर उन्होंने लिखा- महाकुंभ में घटी हृदयविदारक घटना से हम अत्यंत व्यथित है. हम दिवंगत आत्माओं को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं. महाकुंभ में उपस्थित अदाणी परिवार के सभी सदस्य और संपूर्ण अदाणी समूह मेला प्रशासन व राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रभावित परिवारों की हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है.
मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान कर रहे साधु-संतों पर पुष्प वर्षा की गई.
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है. मैं इसमें अपने प्रियजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं और उनके परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने घटना पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुःखद. शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.
राष्ट्रीय लोकदल ने भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी. सोशल मीडिया साइट एक्स पर रालोद ने लिखा- प्रयागराज में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व पर भारी भीड़ के कारण हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है. इस हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले परिवारों के साथ हमारी पूरी संवेदना है. घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए सभी श्रद्धालुओं से आग्रह है कि संयम बनाये रखें. गंगा मैया सबका कल्याण करें .
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बुधवार को हुई भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज में महाकुंभ के संगम क्षेत्र में बुधवार तड़के पवित्र स्नान करने बड़ी संख्या में पहुंचे तीर्थयात्रियों के बीच भगदड़ मचने से कई लोग हताहत हुए. धनखड़ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘प्रयागराज महाकुंभ में हुए दुखद हादसे से अत्यंत व्यथित हूं. मैं हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ईश्वर दुख की इस घड़ी में शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करे.’’
प्रयागराज महाकुंभ में निरंजनी और आनंद अखाड़ा अमृत स्नान के लिए निकल रहा है. हालांकि परंपरा के मुताबिक सबसे पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़े को निकलना चाहिए था, लेकिन भगदड़ की घटना को लेकर वह लोग निकलने को तैयार नहीं है. प्रशासन मनाने में जुटा हुआ है.
महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए महानिर्वाणी अखाड़ा रवाना हो गया है. इस दौरान बड़ी संख्या में बाबाओं का हुजूम देखा गया.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुए दुःखद हादसे से मन अत्यंत व्यथित है. इस घटना में पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ और घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ. सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी और स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हूँ. राहत- बचाव कार्य के लिए सभी भाजपा कार्यकर्ता पीड़ितों की सुरक्षा व सहायता हेतु तत्पर हैं.
कुंभ मेला SSP राजेश द्विवेदी ने कहा, "कोई भगदड़ नहीं हुई, अत्यधिक भीड़भाड़ थी जिसके कारण कुछ श्रद्धालु घायल हो गए. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि जो घाट उनके लिए खुले हैं, वहां आराम से स्नान करें. अमृत स्नान जल्द ही शुरू होने वाला है और यह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगा.कई घाट विकसित किए गए हैं और लोग सुगमता से वहां स्नान कर रहे हैं."
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुंभ में जो दुखद जो हादसा हुआ है उस कुंभ में कुछ लोगों को खोना पड़ा है. मैं यूपी सरकार के साथ निरंतर संपर्क में हूं.
गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा महाकुंभ में हुए दुःखद हादसे से अत्यंत व्यथित हूँ. इस दुर्घटना में जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ. ईश्वर उन्हें यह दुःख सहने की शक्ति दें. प्रशासन घायलों को अस्पतालों में उपचार दे रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हूँ.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ भगदड़ पर लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगतों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें. बाबा केदार से सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. ॐ शान्ति:
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने महाकुंभ के हादसे पर बयान जारी किया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुःखद घटना अत्यंत पीड़ादायक है. इस हादसे में जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को इस कठिन समय में संबल दें.साथ ही, मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूँ.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भगदड़ पर बयान दिया. सोशल मीडिया साइट एक्स पर राजनाथ सिंह ने लिखा- प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हुई दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है. इस हादसे में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देशन में उत्तर प्रदेश सरकार एवं स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव सहायता कर रहा है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भगदड़ की घटना पर बयान दिया. उन्होंने कहा- प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है. मैं हताहत हुए श्रद्धालुओं के परिवारजनों के प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करती हूं और ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि घायल हुए सभी श्रद्धालु शीघ्र ही स्वस्थ हों.
प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर देखी गई.
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा कि पहला अखाड़ा आगे बढ़ने वाला है और सभी अखाड़े निर्धारित क्रम में अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ेंगे. आज का कार्यक्रम तय था, लेकिन अखाड़ों ने खुद हमें बताया कि भारी भीड़ के कारण वो ऐसा नहीं कर रहे हैं. लगभग 10 करोड़ लोगों का अनुमान है. उन्होंने सुझाव दिया कि हम उनकी व्यवस्था के बजाय पहले भीड़ नियंत्रण पर ध्यान दें. एक बार भीड़ का प्रबंधन हो जाने के बाद, वे स्नान के लिए आगे बढ़ेंगे. प्रशासन किसी को नहीं रोक रहा है.
धर्म गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि इतने बड़े-बड़े आयोजन हुए हैं. लेकिन सरकार ने बहुत बढ़िया और व्यापक व्यवस्था की है. उसके बावजूद भी ऐसी घटनाएं हुई हैं. मैं उन परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं जो इससे प्रभावित हुए हैं. मैं लोगों से अपील करता हूं कि जब आप कुंभ जाएं तो जरूर जाएं.
भगदड़ पर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने बयान जारी किया. उन्होंने लिखा- प्रयागराज महाकुंभ: आज मौनी अमावस्या के महापर्व पर तीर्थराज प्रयाग में देश-विदेश से पधारे करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने पहुंच रहे हैं. स्नान पर्व को दृष्टिगत रखते हुए रीवा जिले अंतर्गत मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश की सीमा पर श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. प्रयागराज में भीड़ अधिक होने के कारण आज रीवा जिले के चाकघाट थाना अंतर्गत सीमा पर हजारों श्रद्धालुओं के वाहन सीमा पर रुके हुए हैं. हमारे पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, जो वहां सभी श्रद्धालुओं के खाने-पीने से लेकर ठहरने की समुचित व्यवस्था का ध्यान रख रहे हैं, साथ ही स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों के लिए डॉक्टरों की टीम को भी मौके पर उपलब्ध कराया गया है. मैं सभी श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें एवं संयम बनाए रखें.
भगदड़ पर पीएम नरेंद्र मोदी ने पोस्ट किया. उन्होंने लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है. इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं.
आम आदमी पार्टी ने भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी. आप के सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा गया- यह बहुत गंभीर मामला है. UP सरकार ने महाकुंभ में पूरे देश और लाखों लोगों को आमंत्रित किया. लेकिन, राज्य के मुख्यमंत्री, जिन्हें व्यवस्थाओं की देखरेख करनी चाहिए थी, वे यूपी छोड़कर भाग गये और दिल्ली में राजनीतिक रैलियां करने लग गए. यह बहुत बड़ी भूल है. BJP सरकार ने धार्मिक आयोजनों को राजनीतिक बना दिया है. वहां VIP और अरबपतियों की चाटुकारिता की जाती है, यह आम श्रद्धालुओं के साथ अन्याय है. वहाँ जो स्थिति बनी, उसके लिए योगी आदित्यनाथ और प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार हैं, उन्हें इसके लिए इस्तीफा दे देना चाहिए.
संगम नोज पर हुए हादसे में प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि तीर्थराज प्रयाग में मौनी अमावस्या के अवसर पर हुए हादसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं. सरकार से अपील है कि घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था हो. मृतकों की पहचान कर उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाया जाए और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सर्वोपरि रखकर त्वरित इंतजाम किए जाएं ताकि आगे के सभी स्नान सकुशल संपन्न हों. अखाड़ों के शाही स्नान की सदियों पुरानी परंपरा को भी संपन्न कराने का प्रयास किया जाना चाहिए. श्रद्धालुओं से विनती है कि धैर्य और शांति से स्नान-दान संपन्न करें. मां गंगा सबकी रक्षा करें.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि, 'आज हम अपने देवताओं को स्नान कराएंगे. चूंकि यहां भीड़ बहुत है, इसलिए हम कम संख्या में घाट पर जाएंगे. हम अपने साधु-संतों से आज ऐसा न करने की कोशिश कर रहे हैं, जब तक कि बहुत जरूरी न हो. हमें घाटों और भीड़ की स्थिति को ध्यान में रखना होगा. वसंत पंचमी पर अगला अमृत स्नान निश्चित रूप से भव्य होगा. अगर हम अपने देवताओं को स्नान करा पाएं, तो हम समझेंगे कि हमने खुद स्नान कर लिया. हमें अभी प्रशासन से अनुमति नहीं मिली है, लेकिन जैसे ही हमें अनुमति मिलेगी, हम आगे बढ़ेंगे. हम इस बार बहुत बड़े जुलूस नहीं निकालेंगे.'
प्रयागराज में अभी तक 17 लोगों की मौत की खबर है. हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
महाकुंभ पुलिस के मुखिया वैभव कृष्ण ने कहा कि अखाड़ा मार्ग हमारा रेडी है। कुछ देर में वो लोग स्नान करने आयेगें हमलोगों ने अखाडा को सूचित कर दिया है की हमलोग तैयार है.
प्रयागराज महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या पर नहीं होगा अखाड़ों का अमृत स्नान. सिर्फ प्रतीकात्मक तौर पर देवताओं को स्नान कराया जाएगा. सिर्फ परंपराओं का निर्वहन किया जाएगा. देवता के साथ अधिकतम पचीस से तीस संन्यासी सादगी के साथ संगम जाएंगे. बड़े संत महात्मा नहीं जाएंगे. शाही रथ और बैंड बाजे भी नहीं होंगे. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी के मुताबिक देवता के स्नान में ही संत महात्मा अपना स्नान मान लेंगे.
प्रयागराज -अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कम संख्या में स्नान करने जाएंगे ,झांकी भी कम निकलेंगी
कांग्रेस नेता सुरेंदर राजपूत ने कहा आधी अधूरी व्यवस्था के कारण कुंभ से बुरी ख़बर आई है .श्रद्धालुओं से अपील है वो शासन -प्रशासन का साथ दें .इस घटना का शाशन -प्रशासन जिम्मेदार है .सरकार सिर्फ आकड़ो में उलझी हुई है .
यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि महाकुंभ, संगम के तट पर भगदड़ के कारण कई श्रद्धालुओं की जान चली गई, अनेक हताहत हैं. मृतकों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं एवं मां गंगा से घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. पिछले ही दिनों महाकुंभ में आग लगने की घटना घटित हुई लेकिन योगी सरकार ने इस घटना से सबक नहीं लिया. सरकार ने स्वप्रचार के लिए स्वयंभू बनकर बार - बार वीवीआईपी मूवमेंट कराया जिससे श्रद्धालुओं को भारी संकट उठाना पड़ा. कहीं न कहीं इस घटना के मूल में सरकार की यह गैरजिम्मेदारी भी जिम्मेदार है. 'मौनी अमावस्या के शाही स्नान' का अलग महत्व है, जिसके आलोक में महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ने की सूचना सरकार को पहले से थी बावजूद कोई गंभीर व्यवस्था का ख्याल नहीं रखा गया. उत्तर प्रदेश हर संसाधन से पूर्ण हैं. मुख्यमंत्री जी से अपील है कि अविलंब सभी जरूरी कदम उठाएं जाएं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित हो.
प्रयागराज कुम्भ स्नान को लेकर करोड़ो की भीड़ प्रयागराज में देख फ़तेहपुर बार्डर पर दर्शनार्थियों की गाड़ियों को फोर्स ने रोक दिया है. सेना के जवान सहित पुलिस फोर्स बार्डर पर सैकड़ो की संख्या में वाहनों को रोका है. प्रयागराज में बढ़ती भीड़ को देख प्रशासस एलर्ट हो गया है. कौसाम्भी, बाँदा रायबरेली सहित तमाम जगहों पर फोर्स मुस्तैद होकर बाहरी प्रदेश के वाहनों को रूट डायवर्जन कर प्रयागराज भेज रही है. महाकुंभ स्नान को लेकर करोड़ो की भीड़ को देख फ़तेहपुर प्रशासन एलर्ट पर है.
महाकुंभ के ADM विवेक चतुर्वेदी और अखाड़ा क्षेत्र के एडिशनल एसपी श्वेताभ पांडेय निरंजनी अखाड़े में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी से बातचीत करने के लिए पहुंचे हैं.
भगदड़ पर कांग्रेस नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों के मौत और कईयों के घायल होने की ख़बर अत्यंत दुखद है. शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह VIP मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना ज़िम्मेदार है. अभी महाकुंभ का काफी समय बचा हुआ है, कई और महास्नान होने हैं. आज जैसी दुखद घटना आगे न हो इसके लिए सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए. VIP कल्चर पर लगाम लगनी चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं के जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि पीड़ित परिवारों की मदद करें.
सपा चीफ अखिलेश यादव ने मांग की है कि व्यवस्था सेना को सौंप दी जाए. अखिलेश ने लिखा- महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए. ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में हत हुए लोगों की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए.
अयोध्या में आईजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार ने बताया, "बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं. सरयू में पावन स्नान भी कर रहे हैं. ट्रैफिक की उचित व्यवस्था की जा रही है. सुरक्षा सर्वोपरि है. भीड़ नियंत्रण के लिए समय समय पर हम सुरक्षा बल को विनियमित भी करते हैं."
महाकुम्भ व मौनी अमावस्या कों लेकर प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं भीड़ उमड़ पड़ी है. सोनभद्र से होकर चार राज्यों के श्रद्धालु प्रयागराज जाते हैं. जिला प्रशासन ने मौनी अमावस्या को लेकर सोनभद्र के बार्डर पर हजारों की तादात में श्रद्धालु को रोका.श्रद्धालुओं कों रेलवे स्टेशन व बस डिपो पर रोका गया. सोनभद्र में बिहार के आने वाले श्रद्धालुओं कों सूअरसोत, झाराखंड से आने वाले श्रद्धालुओं कों विंढमगंज, छत्तीसगढ़ से आने वाले श्रद्धालुओं कों बभनी, मध्यप्रदेश से आने वालों कों शक्तिनगर व घोरावल, में रोका गया. श्रद्धालुओं का महाकुम्भ व मौनी अमावस्या में प्रयागराज जाने के लिए उमड़ी भीड़. भीड़ को काबू करने के लिए दिए डीएम, एसएसपी, एडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट समेत अन्य अधिकारी व फ़ोर्स रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, व बार्डर पर पहुंचे. कई ट्रेन, कुंभ स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को गंतव्य के लिए भेजा गया. डीएम, एसएसपी ने यात्रियों को शान्ति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की. कुंभ स्नान करने के लिए यात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा नहीं कराने की अपील की.
प्रयागराज में हादसे के बाद रायबरेली जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला किया है. मौनी अमावसया स्नान के बाद वापस लौटने वाले वाहनों की भीड़ के मद्देनज़र रायबरेली में स्कूलों की हुई छुट्टी. जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देश पर सभी निजी व सरकारी स्कूलों की हुई छुट्टी. आदेश का सख़्ती से पालन कराये जाने का दिया निर्देश दिए गए हैं.
संगम नोज़ में अब अखाड़ा कोरिडोर को खाली कराया जा रहा है. भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द कर दिया था. सरकार की तरफ से अखाड़ों से स्नान की अपील की गई. अब सहमति के संकेत मिल रहें हैं और जिस अखाड़ा मार्ग में जनता को स्नान के लिए भेजा गया था वहा से लोगों को हटाया जा रहा है
निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने कहा जब सभी लोग शाही स्नान के लिए जाने वाले थे, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सुनने के बाद, हमारे अखाड़े के सभी सदस्यों ने सामूहिक रूप से एक स्वर से निर्णय लिया कि हम शाही स्नान में भाग नहीं लेंगे.
दिल्ली की सीएम आतिशी ने भगदड़ पर बयान जारी करते हुए कहा- महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति दें और उनके परिवार को इस दुःख को सहने की शक्ति दें. सभी श्रद्धालु संयम रखते हुए सुरक्षा नियमों और निर्देशों का पालन करें ताकि ये आयोजन सुरक्षित बना रहे.
रेलवे ने यात्रियों को प्रयागराज क्षेत्र से वापस लाने के लिए आज वृहद प्लानिंग की है, जिसके तहत 360 से अधिक गाड़ियों को प्रयागराज क्षेत्र के स्टेशनों से चलाने की योजना है
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने महाकुंभ में हुए हादसे पर बयान जारी किया. कांग्रेस ने कहा कि महाकुंभ में हुए हादसे में कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है. इस दुख की घड़ी में ईश्वर शोकाकुल परिवारों को संबल प्रदान करें व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दें. कांग्रेस परिवार की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं. सरकार घायल श्रद्धालुओं का उचित और बेहतर इलाज कराए. मृतकों का पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंपकर, उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए. महाकुंभ की व्यवस्था बेहतर की जाए, जिससे आगे कभी ऐसे हादसे न हों. श्रद्धालुओं के सुलभ और सुरक्षित स्नान का प्रबंध हो. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे पीड़ितों को हर संभव मदद करें.
पंडित दीनदयाल स्टेशन से प्रयागराज को जाने वाली कुंभ स्पेशल अगले आदेश तक रद्द. हजारो श्रद्धालु DDU स्टेशन पर फसे. प्रयागराज में ज्यादा भीड़ होने के कारण कुंभ स्पेशल ट्रेन रद्द. कुंभ स्पेशल रद्द होने के कारण श्रद्धालु परेशान.
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान अव्यवस्था से हुई दुखद घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या के नहान के दिन भगदड़ होने से क़ई लोगों के मृत और घायल होने का समाचार पीड़ादायक है. यह दुखद घटना इस मेले की अव्यवस्था और उत्तरप्रदेश सरकार की नाकामियों को उजागर कर रही है.योगी सरकार ने सारा पैसा सिर्फ अपनी ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर खर्च किया ना की महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं की व्यवस्था पर, ये इस सरकार की संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है. हम लगातार ऐसी ही घटना के प्रति सचेत करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन शासन -प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगा. दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. हम मृतकों के आत्मा की शांति व घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं. इसके साथ ही सरकार से यह आग्रह करते हैं कि मृतकों के लिए उचित मुआवजा व घायलों को मुआवजे के साथ मुफ्त इलाज का प्रबंध करे.
महाकुंभ में भगदड़ पर यूपी कांग्रेस ने कहा है कि मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर महाकुंभ में भगदड़ होने से क़ई लोगों के मृत और घायल होने की सूचना बेहद दुःखद है. अव्यवस्थाओं के कारण घटित हुई यह घटना प्रशासनिक लापरवाही की ओर साफ-साफ इशारा कर रही है. इस दुर्घटना में मृत हुए लोगों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं! हम गतात्माओं की शांति व घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं.
योगी के आवास पर बैठक शुरू, डीजीपी और एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) बैठक में शामिल. कुंभ में हुए हादसे के बाद बैठक.
जूना अखाड़ा सांकेतिक रूप से अमृत स्नान करेगा. देवता, भाला और कुछ नागा साधु हिस्सा लेंगे
योगी सरकार के मंत्री ओपी राजभर ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें ,सरकार हर चीज से मुस्तैद है ,हर व्यवस्था को पालन करने के लिए ,सभी लोग चाहते हैं शांति व्यवस्था से आए ,जहां जगह मिले वही स्नान करें प्रशाशन की बात को बात माने ,इतनी बड़ी संख्या में लोग आए हैं ,हम सब की जिम्मेदारी है लोग स्नान कर के घर जाए ,विपक्ष ने मन बना लिए है हम विरोध की करेंगे ,तो वो कर रहे हैं ,सीएम योगी खुद मॉनेटरिंग कर रहे हैं
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना बेहद दुखद है. इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ. ईश्वर उनके परिवारों को यह अपार दुःख सहने की शक्ति दें. सभी श्रद्धालुओं से विनम्र अपील है कि धैर्य बनाए रखें और सावधानी बरतें. प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और एक-दूसरे की सुरक्षा का ध्यान रखें.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने महाकुंभ में भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा- महाकुंभ के दौरान, तीर्थराज संगम के तट पर हुई भगदड़ से कई लोगों की जान गई है और अनेकों लोगों के घायल होने का समाचार बेहद हृदयविदारक है. श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएँ और घायलों की शीघ्रातिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ की हम कामना करते हैं. आधी अधूरी व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, प्रबंधन से ज़्यादा स्व प्रचार पर ध्यान देना और बदइंतज़ामी इसके के लिए ज़िम्मेदार है. हज़ारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था होना निंदनीय है. अभी कई महत्वपूर्ण शाही स्नान बचे हैं, तो केंद्र और राज्य सरकारों को अब चेत जाना चाहिए, और व्यवस्था को सुधारना चाहिए ताकि आगे ऐसी अप्रिय घटनाएँ न हों. श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा व मूवमेंट आदि की व्यवस्था में विस्तार करना चाहिए और वीआईपी मूवमेंट पर लगाम लगानी चाहिए. यही हमारे साधु संत भी चाहते हैं. कांग्रेस के हमारे कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि पीड़ितों को हर संभव मदद करें.
प्रधानमंत्री लगातार कुंभ की स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं और राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने अब तक सीएम से तीन बार बात की है और स्थिति सामान्य करने और राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.
अखाड़ों के संतो से सीएम योगी ने बातचीत की. अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरी से बातचीत सीएम की बातचीत हुई. सीएम योगी ने अमृत स्नान के लिए संतो के बीच सहमति बनाने के लिए कहा.अखाड़ों के बीच स्नान के लिए सहमति बनी.अखाड़ों के स्नान के दौरान शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी.सामान्य तरीके से बगैर लाव लश्कर केअखाड़ों के साधु संत स्नान करेंगे.
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि सामूहिक स्नान को हमलोगों ने रद्द किया है. जो जहां है वही स्नान करेगा.
अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा है कि हमारे घाट खाली होने के बाद हम स्नान करने जाएंगे. ऐसा प्रयास किया जा रहा है.पुरी ने कहा कि सुबह 10 बजे से स्नान शुरू होगा.
महाकुंभ में भगदड़ पर बसपा चीफ मायावती ने कहा- प्रयागराज की संगम स्थली पर, महाकुम्भ में हुई भगदड़ में, जिन भी श्रद्धालुओं ने अपनी जान गवाई है व घायल हुये है. यह घटना अति-दुःखद व चिन्तनीय. ऐसे समय में कुदरत पीडि़तों कोे इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे, पार्टी की यही कामना.
महाकुंभ में भगदड़ पर सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है. श्रद्धांजलि! हमारी सरकार से अपील है कि: - गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए. - मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए. - जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं. - हैलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए. - सतयुग से चली आ रही ‘शाही स्नान’ की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच ‘मौनी अमावस्या के शाही स्नान’ को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए. श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें. सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे. हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना.
कुंभ क्षेत्र में एक एम्बुलेंस में आग लगने की खबर है. तस्वीरों में लोग आग बुझाने के लिए अग्निशामक यंत्रों का इस्तेमाल करते दिख रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार 9 बजे प्रयागराज भगदड़ मामले पर CM को उनके आवास पाँच कालिदास पर पहुँचकर DGP प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद मौजूदा हालात पर देंगे अपनी रिपोर्ट
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने लिखा- प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भगदड़ से 10 से अधिक श्रद्धालुओं की मृत्यु एवं कई श्रद्धालुओं के घायल होने का समाचार बेहद कष्ट देने वाला है. मैं ईश्वर से दिवंगतजनों को श्रीचरणों में स्थान एवं घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ देने की प्रार्थना करता हूं.
CM योगी को मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने पूरे मामले पर ब्रीफ़ किया है. मेला प्रशासन ने CM को भगदड़ के कारणों की जानकारी दी. DGP प्रशांत कुमार प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद प्रयागराज प्रशासन के लगातार सम्पर्क में हैं.
अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि थोड़ी देर में अखाड़े स्नान करेंगे. हमारा प्रयास होगा कि सभी अखाड़े स्नान करें. हम अपने लोगों की संख्या कम रखेंगे.
गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। महाकुंभ घटना की पूरी जानकारी ली। केंद्र सरकार की तरफ से हर तरह की मदद देने की बात कही
आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, "...मैं संगम घाट नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज़्यादा है...मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे सिर्फ़ संगम घाट पर ही स्नान करने पर ज़ोर न दें। पूरी गंगा और यमुना नदियां इस समय 'अमृत' हैं..."
शाही स्नान रद्द हो गया है. जो संत रथ पर थे वो उतरकर साधुओं ने आम लोगों के साथ स्नान किया. महानिर्वाणी के ज़्यादातर संत क्योंकि वे पहले स्नान के क्रम मे थे.
संगम क्षेत्र में अब वो बैरिकेड्स खोल दिए गए हैं जिनको पहले बंद रखा गया था. बैरिकेड्स खुलने के बाद अब श्रद्धालु आराम से स्नान की ओर जा रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि आज मौनी अमावस्या स्नान पर महाकुंभ में अव्यवस्था की वजह से हुई भगदड़ और दम घुटने से श्रद्धालुओं के जान माल के नुकसान के लिए सीधे भाजपा सरकार जिम्मेदार है, तैयारियों के प्रति लापरवाही और महाकुंभ में आम श्रद्धालु की व्यवस्था और चिंता के बजाय भाजपा सरकार ने महाकुंभ को अपने फोटो और वीडियो सेशन का अड्डा बनाकर रख दिया, जिन मंत्रियों पर श्रद्धालुओं के लिए तैयारी कराने की जिम्मेदारी थी वह निमंत्रण बांटने का ड्रामा कर रहे थे, ज्यादा बजट का प्रचार करने वाली भाजपा सरकार में महाकुंभ का बजट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया, हम पहले दिन से श्रद्धालुओं के लिए चिंता व्यक्त कर रहे थे कि सरकार प्रचार नही तैयारियां करे. जब तक शाही स्नान हैं तब तक ViP कल्चर बंद करे, श्रद्धालुओं के लिए वीडियो सोशल मीडिया पर आते रहे लेकिन सरकार ने सबक नही लिया, आज मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की जान माल हताहत उसी का दुष्परिणाम है, महाकुंभ में श्रद्धालुओं की आस्था पर सरकार की बदइंतजामी और झूठे प्रचार ने पानी फेरा है ,साधु संत अव्यवस्था से नाराज हैं, यदि सरकार ने उस सही समय जागरूकता दिखाई होती तो इस भगदड़ से बचा जा सकता था, अभी भी समय है सरकार आम श्रद्धालुओं के लिए इंतजाम सुनिश्चिति करे, वी.आई.पी. स्वागत कल्चर बंद करें ,बजट में भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करे .
महाकुंभ भगदड़ पर सूत्रों का दावा है 10 लोगों की मौत हुई है. हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. आनंद अखाड़े में सुबह 10:00 बजे श्रद्धांजलि सभा होगी.
आनंद अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरि जी महाराज ने भगदड़ की घटना को दुखद बताते हुए अपनी संवेदना जताई है. उन्होंने कहा है कि अखाड़ों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्दे नजर अमृत स्नान नहीं करने का फैसला लिया है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, "जो घटना हुई उससे हम दुखी हैं. हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे. जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में हिस्सा नहीं लेंगे. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं. साथ ही, यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए. यह प्रशासन की गलती नहीं है, करोड़ों लोगों को संभालना आसान नहीं है. हमें अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए."
महाकुंभ में भगदड़ के बाद जगदगुरू श्री रामभद्राचार्य ने कहा कि स्नान रद् कर देना चाहिए. जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा, "मैं सभी श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि चूंकि आज प्रयागराज में भारी भीड़ उमड़ी है, इसलिए वे केवल संगम घाट पर ही पवित्र डुबकी लगाने पर जोर न दें. अभी वे अपने शिविरों को छोड़कर न जाएं.".उधर अखाड़ा परिषद की प्रशासन के साथ बैठक जारी है
निरंजनी अखाड़े के संत ने कहा कि कुंभ को सेना के हवाले कर देना चाहिये था. आज कुंभ को प्रशासानिक व्यवस्था के कारण ये हुआ. बहुत दुख की बात है.
मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर उमड़े लाखों श्रद्धालुओं को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात किए गए.
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की, घटनाक्रम की समीक्षा की तथा तत्काल सहायता उपाय करने के निर्देश दिए.
महाकुंभ में भगदड़ के बाद अखाड़ों ने यह फैसला किया है कि वह मौनी अमावस्या का अमृत स्नान नहीं करेंगे. इस बीच प्रशासन के साथ 13 अखाड़ों की बैठक जारी है. माना जा रहा है कि इस बैठक में ही अंतिम फैसला होगा.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि आज का अमृत स्नान रद्द हो गया है. भगदड़ के बाद अखाड़ों ने फैसला लिया है. भगदड़ कि घटना के बाद जूना अखाड़ा , आवाहन अखाड़ा और अग्नि अखाड़ा ने भी स्नान को फिलहाल स्थगित किया. हालात को देखकर लिया जाएगा अमृत स्नान पर फैसला
महाकुंभ में भगदड़ की खबरों पर विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा का कहना है, "संगम मार्गों पर कुछ बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. कुछ लोग घायल हुए हैं. उनका इलाज चल रहा है. यह कोई गंभीर स्थिति नहीं है."
बता दें मेला क्षेत्र में भगदड़ की वजह से कुछ बुजुर्ग और महिलाएं दम घुटने की वजह से बेहोश हो गई थे. इसके बाद वहां पर अफवाह फैल गई 20 से 25 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. मेला क्षेत्र में अफवाह से मची भगदड़.
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की एंट्री रुक गई है. शहर के बाहर ही श्रद्धालुओं के जत्थों को रोका गया है. 10 से ज्यादा जिलाधिकारियों को क्राउड मैनेजमेंट की जिम्मेदारी मिली है. भीड़ को काबू में करने के लिए प्रयागराज के बॉर्डर के इलाकों में अधिकारियों को सक्रिय कर दिया गया है.
महाकुंभ में बने केंद्रीय अस्पताल में घायलों को पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. सभी घायलों के इलाज के लिए डॉक्टर्स की पूरी टीम अस्पताल ने मौजूद हैं. . एयर एंबुलेंस के जरिए भी घायलों को अस्पताल पहुंचाने की तैयारी पूरी कर ली गई है.. प्रयागराज के सभी अस्पतालों में हाई अलर्ट कर दिया गया है. सभी डॉक्टरों को अस्पतालों में पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं.
कुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ की खबरों पर प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओएसडी आकांक्षा राणा ने कहा, "मुझे जो जानकारी मिली है उसके अनुसार संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं। कोई भी गंभीर नहीं है और उन्हें आवश्यक उपचार दिया जा रहा है,"
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि अभी देखिए कुछ सुनने में आया है. मुझे मेला प्रशासन का फोन आया था. हमने अपना जुलूस रोक रखा है. अभी हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. जैसा होगा आगे देखेंगे. मेला प्रशासन ने हमसे कहा था कि स्थिति ठीक नहीं है. हो सकता है स्नान को टाल दिया जाए. रवींद्र पुरी ने कहा कि हमको जब भगदड़ की सूचना मिली तो हमें काफी दुख हुआ. अगर ऐसा कुछ हमें लगता है तो हम आज का स्नान टाल देंगे. ऐसा भी हो सकता है.
महाकुंभ क्षेत्र स्थित केंद्रीय अस्पताल को प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया है. सैंकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मी और RAF तैनात है.
मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए कुंभ मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए हैं.
महाकुंभ में भगदड़ की वजह से अखाड़ों ने अमृत स्नान का कार्यक्रम फिलहाल स्थगित किया. महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के संत अपने शिविर में वापस लौट रहे हैं. शाही जुलूस रोक दिया गया है. संत महात्मा वापस लौटने लगे हैं. फिलहाल अमृत स्नान के लिए नहीं जाने का फैसला. बाद में आगे का फैसला होगा. आधे घंटे पहले शाही जुलूस निकल गया था अमृत स्नान के लिए.
प्रयागराज महाकुंभ में रात 1 बजे संगम नोज के पास भगदड़ मच गई. इस दौरान कई लोग घायल हो गए हैं. कुछ चश्मदीदों ने दावा किया है उनके अपने अब इस दुनिया में नहीं हैं, हालांकि अभी तक ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है.
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Maha Kumbh 2025 Highlights: प्रयागराज महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई. डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कुल 60 लोग घायल हुए इसमें 30 की मौत हो गई. 30 में से 25 मृतकों की पहचान हुई है. मृतकों को यूपी के अलावे असम और गुजरात के भी लोग शामिल हैं.
जहां घायलों का उपचार चल रहा है. कई गंभीर घायलों को हायर सेंटर भी रेफर किया गया है. महाकुंभ मेले की ओएसडी आकांक्षा राणा ने मीडिया के सामने आकर जानकारी दी .
कहा कि संगम पर भीड़ का दबाव बढ़ने से घटना हुई है . हालांकि उनका दावा है कि कोई ज्यादा सीरियस नहीं है. लेकिन लगातार घायलों के आने का सिलसिला जारी है. महाकुंभ मेले के केंद्रीय चिकित्सालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. मीडिया कर्मियों को भी अस्पताल के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है
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