Mahakumbha 2025: संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए संत महात्माओं का औपचारिक तौर पर आगमन रविवार 3 नवंबर यानी आज से शुरू हो जाएगा. रविवार को सबसे पहले सन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़े जूना और किन्नर अखाड़े के संतों का नगर प्रवेश शाही अंदाज में होगा. दोनों अखाड़ों के महामंडलेश्वर, पदाधिकारी और दूसरे संत महात्मा शाही रथों और बग्घियों पर सवार होकर गाजे बाजे और बैंड पार्टियों के बीच शहर में दाखिल होंगे.
दोनों अखाड़े के संत अलग-अलग आश्रमों और दूसरी जगहों पर ठहराए जाएंगे. दिसंबर महीने में महाकुंभ क्षेत्र में अखाड़े की पेशवाई होगी. नगर प्रवेश करने वाले संत महात्मा महाकुंभ में अपने अखाड़े की व्यवस्थाओं को देखेंगे. जूना और किन्नर अखाड़े के नगर प्रवेश को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था के खास इंतजाम किए हैं.
आम लोगों के प्रवेश पर रहेगी रोक
जूना अखाड़े के पंच परमेश्वर तकरीबन दो हफ्ते पहले ही शहर से करीब पंद्रह किलोमीटर पहले रामपुर इलाके में आकर ठहर गए थे. अखाड़े के तमाम पदाधिकारी और संत महात्मा धीरे-धीरे यहीं आकर रहने लगे थे. रविवार को इसी छावनी से जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर पदाधिकारी और दूसरे संत महात्मा शहर में शाही अंदाज में दाखिल होंगे. जिन रास्तों से नगर प्रवेश होगा उन रास्तों पर आम लोगों का यातायात प्रतिबंधित रहेगा.
प्रयागराज पुलिस ने भी लोगों से रविवार को इन रास्तों का उपयोग कम से कम करने की एडवाइजरी जारी की है. प्रयागराज मेला प्राधिकरण के साथ ही रास्ते भर जगह-जगह आम नागरिकों द्वारा इन संत महात्माओं पर पुष्प वर्षा की जाएगी. जूना अखाड़े के ज्यादातर संत महात्मा अखाड़े के यमुना तट स्थित मौजगिरि आश्रम में ठहरेंगे. इन संत महात्माओं के लिए यमुना के किनारे टेंट सिटी भी बनाई गई है.
पूरे रास्ते सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे पेश
रविवार को जूना अखाड़े के साथ ही इससे संबद्ध किन्नर अखाड़े का भी नगर प्रवेश होगा. किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर और संत महात्मा खास अंदाज में नगर प्रवेश करेंगे. 2019 के पिछले कुंभ में किन्नर अखाड़ा आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र था. किन्नर अखाड़े के नगर प्रवेश में आचार्य महामंडलेश्वर और संस्थापक स्वामी लक्ष्मी नारायण के साथ ही महामंडलेश्वर व प्रदेश अध्यक्ष कौशल्यानंद गिरि उर्फ टीना मां खास तौर पर शामिल रहेंगी. किन्नर अखाड़े के संतों के नगर प्रवेश में रास्ते भर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे.
जूना और किन्नर अखाड़े के नगर प्रवेश में अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियो के साथ ही तमाम दूसरे अखाड़े के संत महात्मा भी मौजूद रहेंगे. प्रशासन ने भी नगर प्रवेश को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच इन संत महात्माओं को प्रमुख आश्रमों तक पहुंचाया जाएगा.
जूना अखाड़े के बाद जल्द ही दूसरे अखाड़े के संतों का भी नगर प्रवेश होगा. जूना अखाड़े से जुड़ी दत्तात्रेय सेवा समिति प्रयागराज महाकुंभ के सकुशल संपन्न होने की कामना के लिए 10 नवंबर को यमुना के मौजगिरि घाट पर सवा लाख दीप जलाएगी. कार्यक्रम के आयोजक धीरेंद्र द्विवेदी के मुताबिक इस मौके पर जूना के साथ ही कई दूसरे अखाड़े और परंपराओं के संत महात्मा भी मौजूद रहेंगे.
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