UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने रविवार को संगठन में विस्तार एलान किया. सपा ने 62 सदस्यों वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है. इस कार्यकारिणी में स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. जिसके बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के पुराने सहयोगी और महान दल (Mahan Dal) के अध्यक्ष केशव देव मौर्य (Keshav Dev Maurya) ने सपा प्रमुख पर जमकर निशाना साधा है.
केशव देव मौर्य ने कहा, "यह विनाश काले विपरीत बुद्धि है, इससे सपा का नुकसान होगा. सपा वैसे भी दो टुकड़े में बंट गई है. यादव समाज में भी कट्टर हिन्दू हैं, वो भी इसका विरोध कर रहे हैं. अखिलेश यादव दो नाव पर सवार हैं. नेताजी के निधन पर तो कट्टर हिंदू खुद को प्रदर्शित कर रहे थे. जनेऊ पहन कर और बाल मुंडवा कर लेकिन अब अंबेडकरवाद की बात कर रहे हैं और खुद को शूद्र कह रहे हैं."
सपा प्रमुख के आरोप गलत
महान दल प्रमुख ने कहा, "अखिलेश यादव ने जो आरोप बीजेपी पर लगाया वह गलत बात है. इसे कोई स्वीकार नहीं करेगा. आपके एक नेता ने रामचरितमानस का अपमान किया तो कट्टर हिंदुत्व की बात करने वालों ने आप को काले झंडे दिखाए. अपने आपको शूद्र तब कहना चाहिए था जब आपका आवास धुलवाया गया था. अखिलेश यादव एक बार फिर 15-85 के चक्कर में फंस गए हैं."
बता दें कि सपा ने रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव की जिम्मेदारी दी है. इस कार्यकारिणी में अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव को राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दी है. इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य को भी राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है. जबकि बीते दिनों में उनके विवादित बयानों के बाद अखिलेश यादव पर सवाल उठते रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. जिसके बाद विरोधी दलों ने सपा प्रमुख को जुबानी हमला बोला है.