प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण से पहले राम जन्म भूमि पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक कुबेर टीला पर राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा रुद्राभिषेक किए जाने से साधु संतों में हर्ष का माहौल है. साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि भगवान शिव मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आराध्य हैं और उनका कोई कार्य बगैर भगवान शिव की पूजा अर्चना के पूरा नहीं होता है, इसलिए 28 वर्षों के बाद कुबेरेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक करने के साथ थी मंदिर के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है.



महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होना तय हो गया था. साधु संतों से लेकर देश के करोडों सनातन धर्मालवम्बियों ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत और समर्थन भी किया था. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि 2 जुलाई को राम मंदिर के निर्माण के लिए शिलान्यास की चर्चा है. ऐसे में अगर पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में मंदिर का शिलान्यास होता है तो साधु-संतों को अत्यधिक प्रसन्नता होगी. महंत नरेन्द्र गिरी ने सभी 13 अखाड़ों के साथ ही मठ मंदिरों के संत महात्माओं और राम भक्तों से भी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण में सहयोग की अपील की है.



अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर में किया गया भगवान शिव का रुद्राभिषेक, संत बोले- अभी नहीं शुरू हुआ है मंदिर निर्माण का कार्य