CBI Probe Mahant Narendra Giri Death Case: अखाड़ा परिषद के दिवंगत अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की खुदकुशी के मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों का  कस्टडी रिमांड मांगी है. मजिस्ट्रेट के यहां अर्जी दाखिल कर जांच एजेंसी ने 10 दिनों का कस्टडी रिमांड की मांग की है. सीबीआई ने मुख्य आरोपी स्वामी आनंद गिरि, हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी की कस्टडी रिमांड मांगी है. 


सीजेएम कोर्ट में कल हो सकती है सुनवाई 
बता दें कि, महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. तीनों फिलहाल 14 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल में है. सीबीआई की अर्जी पर प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में कल सुनवाई हो सकती है. आनंद गिरि के वकील सीबीआई की अर्जी का विरोध करेंगे. सीबीआई टीम के जांच अधिकारी एडिशनल एसपी के एस नेगी की तरफ से अर्जी दाखिल की गई है.


वकील से वसीयत कॉपी मांगी जाएगी
महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी केस से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. महंत नरेंद्र गिरि की वसीयत तैयार करने का दावा करने वाले वकील से निरंजनी अखाड़े के संत संपर्क करेंगे और दस्तावेज मांगेंगे. निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी  ने एबीपी गंगा से की गई खास बातचीत में ये जानकारी दी थी. रवींद्र पुरी ने कहा था कि, वकील ऋषि शंकर द्विवेदी से मुलाकात कर उनसे वसीयत की कॉपी मांगी जाएगी. वसीयत अगर रजिस्टर्ड हुई तो उस पर कोई सवाल नहीं उठाया जाएगा साथ ही वसीयत की कॉपी दिखाकर कानून के जानकारों से ली जानकारी भी लाएगी. 


टाली भी जा सकती है षोडसी की रस्म
महंत रवींद्र पुरी ने एक और बड़ी व अहम जानकारी दी थी. रवींद्र पुरी ने बताया था कि, सीबीआई अफसरों से बातचीत के बाद ही महंत नरेंद्र गिरि के षोडसी की तारीख तय की जाएगी. षोडसी में देशभर के साधु-संत और श्रद्धालु जुटेंगे. जांच में कोई बाधा ना आए, इसलिए आगे कुछ दिनों के लिए षोडसी की रस्म टाली भी जा सकती है. षोडसी के दिन ही संतों की बैठक कर उत्तराधिकारी के बारे में भी फैसला लिया जा सकता है. 


रोक दी जाएगी चादर पोशी की रस्म
उत्तराधिकारी पर कोई फैसला लेने से पहले सीबीआई जांच का रुख भी देखेंगे साधु-संत. अगर सीबीआई की जांच में बलबीर गिरि दायरे में आए तो उनकी चादर पोशी की रस्म रोकी जाएगी. वसीयत अगर सही हुई तो उसी आधार पर बलबीर गिरि की ताजपोशी कर दी जाएगी. 


संदिग्ध हालात में हुई थी मौत
बता दें कि, महंत नरेंद्र गिरि बीते सोमवार को बाघंबरी मठ स्थित अपने कमरे में मृत पाए गए थे. प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गिरि की मौत फांसी के कारण दम घुटने से हुई है. उत्तर प्रदेश पुलिस की एक जांच के अनुसार, महंत को आखिरी बार सोमवार को दोपहर के भोजन के बाद अपने कमरे में प्रवेश करते देखा गया था. शाम को उनके शिष्यों ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं आया. जब उनके शिष्यों ने दरवाजा तोड़ा और कमरे में प्रवेश किया तो उन्होंने नरेंद्र गिरि को छत से लटका पाया.


कथित सुसाइड नोट बरामद
पुलिस ने महंत के कमरे से कथित सुसाइड नोट भी बरामद किया था. महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में तीन लोगों आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को यूपी पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. 


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